अमेरिका में हिंदू मंदिरों को निशाना बनाने, हेट क्राइम की बढ़ती घटनाओं और खालिस्तानी आतंकवाद के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए भारतीय अमेरिकी समुदाय के नेताओं ने न्याय विभाग (DOJ) और संघीय जांच ब्यूरो (FBI) के प्रतिनिधियों समेत कानून प्रवर्तन अधिकारियों के साथ हाथ मिलाया है।
अजय भूटोरिया के नेतृत्व में एक मीटिंग में 30 से अधिक प्रमुख सामुदायिक हस्ती पूजा स्थलों को निशाना बनाने वाली बर्बरता, मंदिर की दीवारों पर आपत्तिजनक नारे लिखना, चोरी की हालिया घटनाओं को लेकर चर्चा करने के लिए एक साथ जुटे। इनमें फ्रेमोंट में मंदिरों में बर्बरता, सनीवेल और फ्रेमोंट में मंदिरों में चोरी और स्टॉकटन, मिलपिटास सहित विभिन्न स्थानों पर की ऐसी घटनाओं को लेकर चर्चा की गई। मीटिंग में शामिल सुखी चहल ने पूजा स्थलों की सुरक्षा और हेट क्राइम का मुकाबला करने के लिए बातचीत और सहयोग की आवश्यकता पर जोर डाला।
चर्चा के दौरान खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा प्रचारित खतरनाक संदेशों पर चर्चा की गई, जिसमें भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच शांति, सद्भाव और द्विपक्षीय संबंधों पर उनके संभावित प्रभाव के बारे में चिंता व्यक्त की गई। अजय भूटोरिया ने हेट क्राइम में वृद्धि को रोकने में एकता के महत्व पर जोर दिया और उपस्थित समुदाय के नेताओं और कानून प्रवर्तन अधिकारियों द्वारा प्रदर्शित सामूहिक संकल्प के लिए आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि यह बैठक इस अर्थ में अहम है क्योंकि हम हिंदू पूजा स्थलों को टारगेट करने वाले हेट क्राइम में हालिया वृद्धि का सामना करने के लिए एकजुट हुए हैं। इसके खिलाफ भारतीय समुदाय के नेताओं, डीओजे, एफबीआई और मिलपिटास, एसएफ, फ्रेमोंट और नेवार्क के कानून प्रवर्तन अधिकारियों को एक साथ लाने में मुझे सफलता मिली है। अजय भूटोरिया ने कहा कि पिछले चार महीनों में अकेले बे एरिया में 11 से अधिक मंदिरों पर हमला किया गया है, उनमें तोड़फोड़ की गई है। हमारे समुदाय में डर स्पष्ट है, लेकिन हमारा सामूहिक संकल्प पहले से कहीं ज्यादा मजबूत है।
भूटोरिया ने विभाजनकारी बयानबाजी के खिलाफ समुदाय के भीतर समावेशिता को बढ़ावा देने की तात्कालिकता पर जोर दिया। सभी सदस्यों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए निरंतर सहयोग का आह्वान किया। बैठक पूजा स्थलों की सुरक्षा और हेट क्राइम का मुकाबला करने के लिए आगे की रणनीतियों का पता लगाने की योजना के साथ संपन्न हुई, जिसमें डीओजे के साथ एक मंच आयोजित करने की संभावना भी शामिल है, जो सभी पूजा स्थलों की सुरक्षा पर केंद्रित है।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login