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AI की मदद से भारत-अमेरिका के चुनावों में बाधा डाल सकता है चीनः रिपोर्ट

माइक्रोसॉफ्ट में थ्रेट एनालिसिस सेंटर के जनरल मैनेजर क्लिंट वाट्स ने कहा कि हमारा मानना है कि इस साल भारत, दक्षिण कोरिया और अमेरिका में समेत कई देशों में होने वाले चुनावों में अपने हित साधने के लिए चीन एआई की मदद से कंटेंट तैयार करेगा और उन्हें फैलाएगा। 

भारत में 19 अप्रैल से 1 जून के बीच सात चरणों में लोकसभा चुनाव होने हैं। / Image : Wikimedia

भारत और अमेरिका में इस साल होने वाले आम चुनावों में अपने हित साधने के मकसद से चीन सोशल मीडिया के जरिए जनता की राय को प्रभावित करने के प्रयास कर सकता है। एक रिपोर्ट में यह दावा करते हुए कहा गया है कि चीन इसके लिए एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) से तैयार कंटेंट का इस्तेमाल कर सकता है। 

टेक दिग्गज माइक्रोसॉफ्ट ने अपनी माइक्रोसॉफ्ट थ्रेट इंटेलिजेंस रिपोर्ट में यह चेतावनी दी है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन अमेरिकी चुनाव के परिणामों को अपने पक्ष में प्रभावित करने और लोगों के बीच मतभेद बढ़ाने के लिए पहले से ही नकली सोशल मीडिया अकाउंट्स का उपयोग कर रहा है। उसने दुनिया भर में अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए एआई जेनरेटेट कंटेंट का इस्तेमाल बढ़ा दिया है। 

बता दें कि भारत में लोकसभा की 543 सीटों के लिए 19 अप्रैल से 1 जून के बीच सात चरणों में चुनाव होंग और नतीजे 4 जून को आएंगे। वहीं अमेरिका में आम चुनाव और राष्ट्रपति चुनाव नवंबर 2024 में होने हैं।

माइक्रोसॉफ्ट में थ्रेट एनालिसिस सेंटर के जनरल मैनेजर क्लिंट वाट्स ने कहा कि हमारा मानना है कि इस साल भारत, दक्षिण कोरिया और अमेरिका में समेत कई देशों में होने वाले चुनावों में अपने हित साधने के लिए चीन एआई की मदद से कंटेंट तैयार करेगा और उन्हें फैलाएगा। 
 
वाट्स ने कहा कि चीन के इन प्रयासों से चुनाव नतीजे प्रभावित होने के आसार कम ही हैं, लेकिन चीन मीम्स, वीडियो और ऑडियो को लेकर एडवांस प्रयोग कर रहा है और इनका कुछ न कुछ असर हो सकता है। 

रिपोर्ट में कहा गया है कि चुनावों को प्रभावित करने के लिए चीन और उत्तर कोरिया एकसाथ आ सकते हैं। चीन और उत्तर कोरिया के साइबर हैकर्स और इन्फ्लूएंसर्स लोगों की राय को प्रभावित करने के प्रयास कर सकते हैं। इन लोगों ने इस दिशा में काम शुरू भी कर दिया है। 
 

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