ट्रम्प सरकार की ओर एच-1बी वीजा शुल्क में वृद्धि को लेकर स्पष्ट कहा गया है कि नया बदलाव मौजूदा वीजा धारकों पर लागू नहीं होगा। यानी एच-1बी वीजा कार्यक्रम के लिए शुल्क एक लाख डॉलर सिर्फ नए आवेदकों को भरना है। फिर भी वीजा धारकों की चितांए और आशंकाएं कम नहीं हुई हैं। इस बीच ब्रिटेन भारत समेत अन्य देशों के छात्रों को लुभाने में जुट गया है।
अमेरिका ने H-1B वीजा शुल्क में कई गुना वृद्धि कर दी है। जबकि ब्रिटिश सरकार अब छात्र और विशेष वीजा मानदंडों की समीक्षा करने की योजना को अंतिम रूप दे रही है। ब्रिटेन सरकार दो मोर्चों पर एक साथ काम कर रही है। नीतिगत स्तर पर, इसने नवप्रवर्तकों, निवेशकों, उद्यमियों, शोधकर्ताओं और रचनात्मक लोगों के लिए ब्रिटेन आकर रहने और काम करने को आसान बनाने की योजनाएं पेश की हैं।
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