अटलांटा इंडियन फिल्म फेस्टिवल इस बार दर्शकों और प्रतिभागियों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव साबित हुआ। उत्साह, तैयारी और जुनून के साथ आयोजित इस फेस्टिवल ने फिल्में, कलाकार और सशक्त चर्चाएं एक मंच पर ला कर सबका ध्यान खींचा।
हॉलीवुड और बॉलीवुड पर खुलकर बातचीत
फेस्टिवल का सबसे चर्चित पल था शिशिर शर्मा और रिजवान मंजी के बीच हुई गहन और ईमानदार बातचीत, जिसे असद फ़ारूकी (SCAD के प्रोफेसर और फिल्ममेकर) ने मॉडरेट किया। इस सत्र में उन्होंने हॉलीवुड और बॉलीवुड में काम करने की चुनौतियों, उद्योग के बदलते स्वरूप और अपने व्यक्तिगत अनुभवों पर खुलकर बात की।
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फिल्मों का विविध प्रदर्शन
फेस्टिवल में 18 शॉर्ट फिल्में और 1 फीचर फिल्म प्रदर्शित की गईं। इस लाइनअप का चयन 5-सदस्यीय जूरी ने किया, जिसमें प्रेर्णा सराफ़ चौहान, पुणीत सिबाल, भरत तेजस्वी, व्यांती जोसेफ और अनुज जैन शामिल थे। दर्शकों और आलोचकों ने इस विविध और रचनात्मक लाइनअप की भावनात्मक गहराई और कहानी कहने की शैली की खूब तारीफ की।
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