एप्पल का लोगो / Reuters
एप्पल अगले साल यानी 2025 में दुनिया की नंबर 1 स्मार्टफोन कंपनी बनने की तैयारी में है जिससे सैमसंग का 14 साल पुराना दबदबा खत्म हो जाएगा। यह जानकारी मार्केट रिसर्च कंपनी काउंटरपाइंट रिसर्च की रिपोर्ट में सामने आई है।
रिपोर्ट के अनुसार 2025 में एप्पल की वैश्विक बाजार हिस्सेदारी 19.4 प्रतिशत होगी जबकि सैमसंग 18.7% के साथ दूसरे स्थान पर चला जाएगा। यह बदलाव मुख्य रूप से iPhone 17 सीरीज की बढ़ती मांग की वजह से हो रहा है। आने वाले वर्षों में एप्पल अपनी बढ़त बनाए रख सकता है।
iPhone 17 सीरीज बनी गेम-चेंजर
एप्पल की तीसरी तिमाही की बिक्री उम्मीद से बेहतर रही। कंपनी की फोन बिक्री में 9 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। iPhone 17 सीरीज में नए मेमोरी विकल्प, कीमतों में बदलाव और iPhone Air जैसे मॉडल ने ग्राहकों का ध्यान खींचा। पहले महीने की बिक्री में अमेरिका में iPhone 17 की बिक्री iPhone 16 से 12 प्रतिशत ज्यादा रही। वहीं चीन में 18 प्रतिशत ज्यादा और जापान में 7 प्रतशित ज्यादा बिक्री दर्ज की गई।
विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड के समय जिन लोगों ने फोन खरीदे थे अब वे नया फोन लेने की तैयारी में हैं। साथ ही पुराने iPhone उपयोगकर्ता भी अपग्रेड कर रहे हैं। इससे आने वाले महीनों में एप्पल की बिक्री और बढ़ेगी।
आने वाले सालों की योजना
एप्पल 2026 की शुरुआत में iPhone 17e लॉन्च करेगा और साल के अंत तक अपना पहला फोल्डेबल iPhone भी लाएगा। विशेषज्ञ मानते हैं कि एप्पल पूरे दशक तक कमाई और बिक्री दोनों में नंबर 1 कंपनी बना रह सकता है।
सैमसंग टिकेगा, लेकिन आगे नहीं निकल पाएगा
सैमसंग की बिक्री में भी 5 प्रतिशत बढ़ोतरी की उम्मीद है लेकिन वह एप्पल को पीछे नहीं छोड़ पाएगा। सैमसंग की नई A सीरीज मिड-रेंज ग्राहकों को आकर्षित कर रही है लेकिन चीन की कंपनियों से कड़ी टक्कर मिल रही है। भारत, दक्षिण-पूर्व एशिया और मध्य पूर्व जैसे बाज़ार सैमसंग के लिए मददगार हैं, लेकिन प्रीमियम मार्केट में एप्पल की पकड़ ज्यादा मजबूत है।
चीन की कंपनियां नए रास्ते तलाश रहीं हैं
Xiaomi, Oppo, Vivo और Transsion जैसी चीनी कंपनियां अब सिर्फ संख्या नहीं बल्कि गुणवत्ता पर ध्यान दे रही हैं। ये कंपनियां अब AI फीचर्स, फोल्डेबल फोन और हाई-एंड मॉडल बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही हैं और भारत, अफ्रीका, लैटिन अमेरिका जैसे देशों में अपनी पकड़ मजबूत कर रही हैं।
भविष्य की तस्वीर
2026 में स्मार्टफोन बाजार की रफ्तार थोड़ी धीमी हो सकती है, क्योंकि पार्ट्स की कीमतें बढ़ेंगी। लेकिन एप्पल और सैमसंग जैसी कंपनियां मजबूत सप्लाई चेन होने की वजह से इस चुनौती का बेहतर सामना करेंगी।
विशेषज्ञों का अनुमान है कि एप्पल बिक्री और कमाई दोनों में नंबर 1 रहेगा। जबकि सैमसंग स्थिर रहेगा और चीनी कंपनियां अब सिर्फ ज्यादा बिक्री नहीं, बल्कि बेहतर कमाई पर ध्यान देंगी।
मोबाइल बाजार में 14 साल बाद बड़ा बदलाव दिखने वाला है। 2025 एप्पल के लिए ऐतिहासिक साल हो सकता है, जब वह पहली बार दुनिया की सबसे बड़ी स्मार्टफोन कंपनी बनेगा।
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