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दो अमेरिकी पर्यटक भारत के पहाड़ों पर ट्रेकिंग के दौरान फंसीं, वायुसेना ने बचाई जान

सिरमौर के डिप्टी कमिश्नर सुमित खिमता ने बताया कि दो अमेरिकी नागरिक ऋचा अभय सोनावने और सोनिया रतन नोहराधार-चूड़धार ट्रेक रूट पर फंस गई थीं। उन्हें सेना के दो हेलीकॉप्टरों की मदद से तीसरी इलाके से बचाया गया।

वायुसेना के चीता हेलिकॉप्टरों ने अमेरिकी महिलाओं को एयरलिफ्ट करके बचाया। / X @IAF_MCC

अमेरिका से भारत घूमने गईं दो महिला पर्यटक हिमाचल प्रदेश के ऊंचे इलाकों में भटक गईं। हिमाचल के सिरमौर जिले के चूड़धार घाटी में फंसी भारतीय मूल के इन दो अमेरिकी नागरिकों को भारतीय सेना के हेलीकॉप्टरों के जरिए बचाया गया।

सिरमौर के डिप्टी कमिश्नर सुमित खिमता ने बताया कि दो अमेरिकी नागरिक ऋचा अभय सोनावने और सोनिया रतन नोहराधार-चूड़धार ट्रेक रूट पर फंस गई थीं। उन्हें सेना के दो हेलीकॉप्टरों की मदद से तीसरी इलाके से बचाया गया। बाद में उन्हें चंडीगढ़ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया।



इन अमेरिकी नागरिकों के बचाव अभियान में अमेरिकी दूतावास के अलावा भारत सरकार के गृह, विदेश एवं रक्षा मंत्रालयों ने भी आपसी समन्वय से काम किया। स्थानीय अधिकारियों की त्वरित प्रतिक्रिया से अमेरिकी नागरिकों की जिंदगी बचाने में सफलता मिली।

भारतीय वायुसेना ने एक बयान में बताया कि ट्रेकिंग के दौरान एक अमेरिकी नागरिक की रीढ़ की हड्डी में चोट लग गई थी। इसकी सूचना मिलने पर स्थानीय नागरिक प्रशासन ने इनके रेस्क्यू के लिए भारतीय वायुसेना से अनुरोध किया था। इस पर वायुसेना के चीता हेलीकॉप्टर मदद के लिए भेजे गए। 

वायुसेना के मुताबिक, उसके पायलटों ने महिला ट्रेकर को हिमाचल प्रदेश के तीसरी गांव के दुर्गम इलाके से सफलतापूर्वक एयरलिफ्ट किया और इलाज के लिए चंडीगढ़ के अस्पपातल में भर्ती कराया। सिरमौर के उपायुक्त खिमता ने बताया कि भारतीय मूल की दोनों अमेरिकी महिलाएं अब खतरे से बाहर हैं।

चूड़धार ट्रेक 12,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इसे मध्यम से कठिन ट्रेक के रूप में वर्गीकृत किया गया है। ट्रेक का पहला घंटा काफी चुनौतीपूर्ण माना जाता है। इस दौरान खड़ी और ढलावदार चट्टानों से होकर गुजरना पड़ता है। स्थानीय लोग कहते हैं कि इस समय चूड़धार चोटी पर ट्रेक से बचना चाहिए क्योंकि मौसम अनुकूल नहीं रहता है।

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