टर्निंग पॉइंट यूएसए के 31 वर्षीय संस्थापक चार्ली किर्क की स्मृति में सोमवार रात स्टेट फार्म स्टेडियम में एक लाख से अधिक लोग शोकसभा में उमड़ पड़े। किर्क की पिछले सप्ताह यूटा वैली यूनिवर्सिटी में भाषण देते समय हत्या कर दी गई थी।
'बिल्डिंग अ लिगेसी' शीर्षक वाले इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय नेताओं, धार्मिक हस्तियों और किर्क के रूढ़िवादी छात्र आंदोलन के समर्थकों ने हिस्सा लिया। उपस्थित लोगों को 'वी आर चार्ली किर्क' लिखे लाल, सफेद और नीले रंग के ब्रेसलेट बांटे गए। दो बड़ी वीडियो स्क्रीन पर किर्क की पिछले कार्यक्रमों में मुस्कुराते और बोलते हुए तस्वीरें दिखाई गईं।
इस शाम का सबसे प्रभावशाली पल किर्क की विधवा, एरिका का था। सफेद कपड़े पहने, उन्होंने मंच पर अकेले भाषण दिया और अपने पति की हत्या के आरोपी व्यक्ति को संबोधित किया।
एरिका ने कहा- मेरे पति चार्ली... वह युवाओं को बचाना चाहते थे, ठीक उसी तरह जैसे उस व्यक्ति ने उनकी जान ली थी। हमारे उद्धारकर्ता ने कहा- हे पिता, इन्हें क्षमा कर, क्योंकि ये नहीं जानते कि ये क्या कर रहे हैं। वह आदमी। वह युवक। मैं उसे क्षमा करती हूं। मैं उसे क्षमा करती हूं क्योंकि मसीह ने यही किया था। और चार्ली भी यही करेगा।
इन शब्दों के जवाब में भीड़ में सन्नाटा छा गया और फिर आंसू बहने लगे। जो एक कड़वाहट का क्षण हो सकता था, वह अनुग्रह का एक संदेश बन गया।
नेताओं ने दी श्रद्धांजलि...
राष्ट्रपति डोनल्ड जे. ट्रम्प ने किर्क को 'सत्य का योद्धा' कहा और एरिका से कहा- चार्ली मरा नहीं। वह बढ़ता गया।
डोनल्ड ट्रम्प जूनियर ने किर्क को 'हमारे आंदोलन की अंतरात्मा' बताया और एक ब्रेसलेट उठाकर उसे 'सामान नहीं, बल्कि कवच' कहा।
सीनेटर मार्को रुबियो ने कहा कि किर्क ने 'सिर्फ राजनीति ही नहीं बदली। उन्होंने लोगों को भी बदला।'
सीनेटर जेडी वेंस ने कहा कि 'चार्ली सांस्कृतिक युद्ध की अग्रिम पंक्ति में शहीद हुए। और अब, हम उनकी तलवार उठा रहे हैं।
सर्जियो गोर ने कहा- चार्ली एक प्रकाशक का सपना और एक देशभक्त का खाका थे। उन्होंने किताबें नहीं लिखीं- उन्होंने आंदोलन लिखे।
धार्मिक नेता फ्रैंकलिन ग्राहम ने कहा कि एरिका का क्षमादान 'वह पुनरुत्थान है जिसकी अमेरिका को सख्त जरूरत है।
अन्य वक्ताओं ने किर्क की विरासत को व्यापक संदर्भों में प्रस्तुत किया। तुलसी गबार्ड ने एरिका के बयान को 'प्रतिरोध का सबसे शक्तिशाली कार्य जो मैंने कभी देखा है' कहा। रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर ने कहा कि किर्क का जीवन 'एक राष्ट्रीय चमत्कार' था। और न्यायमूर्ति क्लेरेंस थॉमस ने टिप्पणी की- बहुत कम लोग जवान मरते हैं और फिर भी लंबे समय तक जीवित रहते हैं। चार्ली की विरासत इस बात का प्रमाण है कि समय वर्षों में नहीं, बल्कि सच्चाई में मापा जाता है।
कार्यक्रम समाप्त होते ही एरिका किर्क माइक्रोफोन पर लौट आईं।
मैं चार्ली के नाम पर और ईश्वर की महिमा के लिए, उनके द्वारा बनाए गए आंदोलन का नेतृत्व करूंगी। चार्ली की मृत्यु से पहले... वह अक्सर एक श्लोक को किसी भी अन्य श्लोक से ज्यादा दोहराते थे...
और मैंने प्रभु की आवाज सुनी, मैं किसे भेजूं, और कौन हमारी ओर से जाएगा?' तब मैंने कहा, मैं यहां हूँ! मुझे भेजो।'~ यशायाह 6:8
चार्ली ने अपने जीवन के हर दिन उस आह्वान का उत्तर दिया... अब, मेरी बारी है।
(अल मेसन न्यूयॉर्क स्थित एक भू-राजनीतिक रणनीतिकार और उद्यमी हैं। वे कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और औपचारिक कूटनीति पर सलाह देते हैं और विरासत निर्माण, भावनात्मक बुनियादी ढांचे और प्रतीकात्मक पहुंच में विशेषज्ञता रखते हैं। उनका काम कानून, रणनीति और कहानी कहने के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय संवाद को बढ़ावा देता है)
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