 प्रतीकात्मक तस्वीर / pexels
                                प्रतीकात्मक तस्वीर / pexels
            
                      
               
             
            अमेरिकी सीनेट की स्पेशल कमेटी ऑन एजिंग के दो वरिष्ठ सदस्यों ने चेतावनी दी है कि भारत और चीन से आने वाली जेनेरिक दवाओं पर अत्यधिक निर्भरता अमेरिका की दवा आपूर्ति श्रृंखला की सुरक्षा और स्थिरता के लिए गंभीर खतरा बन सकती है।
रिपब्लिकन सीनेटर रिक स्कॉट (फ्लोरिडा) और डेमोक्रेटिक सीनेटर कर्स्टन गिलिब्रैंड (न्यूयॉर्क) ने तीन प्रमुख समूह खरीद संगठनों — विज़िएंट, प्रेमियर इंक. और हेल्थट्रस्ट परफॉर्मेंस ग्रुप को पत्र भेजकर विदेशी दवाओं की सप्लाई से जुड़ी संभावित कमजोरियों की जानकारी मांगी है।
यह भी पढ़ें- बांग्लादेश: कार्यकर्ता ने लगाया विदेशी हस्तक्षेप और उग्रवाद के उदय का आरोप
सीनेटरों ने कहा कि यह जांच सुरक्षित और किफायती दवाओं तक निरंतर पहुंच सुनिश्चित करने के लिए की जा रही है, खासकर बुजुर्ग नागरिकों के हित में। पत्र में उन्होंने लिखा, 'GPOs आपूर्ति श्रृंखला में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, इसलिए हम उनसे मौजूदा जोखिमों और चुनौतियों पर विस्तृत जानकारी चाहते हैं।'
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login