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पीएम मोदी ने अपने भाषण से भारतीय अमेरिकियों के दिलों को गर्व से भर दिया

पीएम मोदी ने विशेष रूप से अमेरिका में भारतीय प्रवासी समुदाय की प्रशंसा की और उन्हें भारत का राजदूत कहा। उन्होंने कहा, दुनिया भर में जिस नेता से मिलता हूं वे भारतीयों की बहुत प्रशंसा करते हैं। ये प्रवासी भारतीय अपने रहने वाले देश में बहुत ज्यादा योगदान देते हैं।

पीएम मोदी ने हिंदी में 13,000 से ज्यादा लोगों को संबोधित किया। इस दौरान 'मोदी! मोदी! मोदी!' के नारे लगते रहे और बार-बार तालियां बजती रहीं। / X/@narendramodi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 10 वर्षों में देश की अद्भुत प्रगति को उजागर करते हुए भारतीय अमेरिकियों के दिलों को गर्व से भर दिया। वह 22 सितंबर को लॉन्ग आइलैंड के भरे नासाउ कोलिजियम में एक घंटे से अधिक समय तक भाषण दिया। उन्होंने कहा, 'भारत में विकास अब एक जन आंदोलन बन गया है। देश अब पांचवीं अर्थव्यवस्था से उपर उठकर दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की आकांक्षा रखता है।'

उन्होंने अपने नेतृत्व में भारत की प्रगति को विवरण देते हुए तथ्य और आंकड़े पेश किए, जिसमें 250 मिलियन लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया। उन्होंने बताया कि भारत ने 5G के इस्तेमाल और डिजिटल पेमेंट में अमेरिका को भी पीछे छोड़ दिया है। उन्होंने जोड़ा, 'कृषि में हम टेक्नोलॉजी का फायदा उठा रहे हैं, महिलाओं द्वारा चलाए जाने वाले ड्रोन का इस्तेमाल करके किसानी कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपने तीसरे कार्यकाल में देश के लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किए हैं और भारत को 'अवसरों की भूमि' कहा, यह शब्द अब तक अमेरिका के लिए इस्तेमाल किया जाता था। उन्होंने कहा कि भारत ने पिछले दशक में हर क्षेत्र में अवसरों का एक लॉन्चिंग पैड बन गया है।

पीएम मोदी ने विशेष रूप से अमेरिका में भारतीय प्रवासी समुदाय की प्रशंसा की और उन्हें भारत का राजदूत कहा। उन्होंने कहा, दुनिया भर में जिस नेता से मिलता हूं वे भारतीयों की बहुत प्रशंसा करते हैं जो अपने रहने वाले देश में बहुत ज्यादा योगदान देते हैं। पीएम मोदी ने हिंदी में 13,000 से ज्यादा लोगों को संबोधित किया। इस दौरान 'मोदी! मोदी! मोदी!' के नारे लगते रहे और बार-बार तालियां बजती रहीं। यह वही मैदान है जहां कुछ दिन पहले पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक रैली को संबोधित किया था।

प्रधानमंत्री ने 2024 को लोकतंत्र का जश्न मनाने का साल कहा। भारत में कुछ समय पहले दुनिया के सबसे बड़े चुनाव होने के बाद, अमेरिका नवंबर में राष्ट्रपति के लिए मतदान कर रहा है। उन्होंने कमला हैरिस या ट्रम्प का नाम नहीं लिया। अपने भाषण के दौरान भारतीय अमेरिकियों को यह संकेत देने से बचते रहे कि उन्हें कैसे मतदान करना चाहिए। ट्रम्प द्वारा प्रस्तावित एक बैठक को अभी तक उन्होंने स्वीकार नहीं किया है।

इससे पहले मंच पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ जिसमें भारत की विविध संस्कृतियों का प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों में ग्रैमी पुरस्कार के लिए नॉमिनेट चंद्रिका टंडन, गायन सुपरस्टार ऐश्वर्या मजूमदार और गुजराती प्लेबैक गायक अदित्य गढ़वी शामिल थे। इंडो-अमेरिकन कम्युनिटी ऑफ यूएसए (IACU) ने 'Modi&US' टाइटल से भारतीय समुदाय के इस कार्यक्रम का आयोजन किया था। डॉ. भारत बराई ने कहा कि कार्यक्रम के लिए $1.5 मिलियन जमा किए गए थे। इस कार्यक्रम का समर्थन करने वाले प्रमुख लोगों में बोला ऑयल के हैरी सिंह बोला, दर्शन सिंह ढिल्लों, नविक ग्रुप के नवीन शाह और इंडियास्पोरा के एम.आर. रंगास्वामी शामिल थे। हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन की सुहाग शुक्ला ने मीडिया का समन्वय किया।

मोदी के प्रशंसक न्यूयॉर्क-न्यू जर्सी क्षेत्र और 40 अन्य राज्यों से आए थे। कुछ चार्टर्ड बसों से पहुंचे थे। एरिना के बाहर एक मंच पर अतिरिक्त लोगों का मनोरंजन किया गया और मोदी के भाषण को लाइव दिखाया गया। निकट में हो रहे छोटे विरोध प्रदर्शन, जो मुख्य रूप से खालिस्तानी समर्थकों द्वारा प्रयोजित थे, इसे किसी ने गंभीरता से नहीं लिया।

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