ऑस्ट्रेलिया में पूर्व सांसद देव शर्मा न्यू साउथ वेल्स (NSW) सीनेट पद जीतने वाले विपक्षी लिबरल पार्टी से भारतीय मूल के पहले व्यक्ति बन गए हैं। वह 2019 में न्यू साउथ वेल्स के वेंटवर्थ की सीट जीतने के बाद ऑस्ट्रेलिया की प्रतिनिधि सभा के लिए चुने जाने वाले भारतीय मूल के पहले व्यक्ति भी थे। विदेश मंत्री मैरिस पायने द्वारा खाली की गई सीट के लिए रविवार को लिबरल पार्टी के सदस्यों के वोट में शर्मा ने एंड्रयू कॉन्स्टेंस को हरा दिया।
Some good news for a change … so delighted that #DaveSharma is going back to Canberra, having just won a Senate seat! You won’t find a more intelligent, thoughtful and experienced voice. Australia needs leaders like Dave, now more than ever! #auspol pic.twitter.com/8VNUbHNV0A
— Arsen Ostrovsky (@Ostrov_A) November 26, 2023
विपक्ष के नेता पीटर डटन ने शर्मा को इस जीत पर बधाई दी। डटन ने एक बयान में कहा, लिबरल पार्टी के हिस्से के रूप में शर्मा का चयन विदेश और घरेलू कार्यक्रमों को देखते हुए एक महत्वपूर्ण समय पर हुआ है। डटन का कहना है कि देव शर्मा की कूटनीतिक और विदेश नीति विशेषज्ञता और अनुभव पूर्वी यूरोप, मध्य पूर्व और इंडो-पैसिफिक में अनिश्चित परिस्थितियों को देखते हुए काफी अहम है।
शर्मा पूर्व संसद सदस्य (वेंटवर्थ, NSW से), राजदूत और कंपनी निदेशक हैं। वह कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के कानून से स्नातक हैं। उन्होंने कई सार्वजनिक रूप से लिस्टेड प्रौद्योगिकी कंपनियों की अध्यक्षता और उनके साथ काम किया है। वह विदेशी मामलों और सहायता उपसमिति पर संसद की संयुक्त स्थायी समिति के अध्यक्ष थे।
Congratulations to Dave Sharma on securing the NSW Senate position left by the retirement of former Senator Marise Payne. I look forward to Dave joining the Liberal Party Senate team. Thank you to our brilliant candidates who ran for pre-selection. pic.twitter.com/50tkSMU5AC
— Peter Dutton (@PeterDutton_MP) November 26, 2023
शर्मा संसद में प्रवेश करने से पहले एक राजनयिक थे। वह 2013-2017 तक इजरायल में ऑस्ट्रेलिया के राजदूत थे। वह वाशिंगटन डीसी और पापुआ न्यू गिनी में भी तैनात रहे हैं। उन्हें बोगनविले में उनके शांति रक्षा कर्तव्यों के लिए ऑस्ट्रेलियाई सेवा पदक से सम्मानित किया गया था।
शर्मा ने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में पढ़ाई की है, जहां उन्होंने कानून में प्रथम श्रेणी के सम्मान के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने कैम्ब्रिज से मास्टर ऑफ आर्ट्स और डीकिन विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ आर्ट्स (अंतर्राष्ट्रीय संबंध) भी किया है।
रणनीतिक विचारक के रूप में जाने जाने वाले देव शर्मा को राष्ट्रीय सुरक्षा, व्यापार, अंतरराष्ट्रीय संबंधों, सार्वजनिक नीति और प्रौद्योगिकी एवं नवाचार में उच्चस्तरीय अनुभव है। पूर्व विदेश मंत्री मैरिस पायने (2018-2022) ने राजनीति में लंबी पारी के बाद 30 सितंबर को सीनेट से इस्तीफा दे दिया था। पायने को पहली बार 1997 में सीनेट के लिए चुना गया था। वह ऑस्ट्रेलिया की सबसे लंबे समय तक सेवारत महिला सीनेटर रही हैं।
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