जॉर्जिया सी ग्रांट की एसोसिएट डायरेक्टर और यूनिवर्सिटी ऑफ जॉर्जिया में सीनियर पब्लिक सर्विस एसोसिएट मोना बेहल को अमेरिकन मीटेरोलॉजिकल सोसाइटी (AMS) का साल 2026 का फेलो चुना गया है। यह फेलोशिप सोसाइटी का सर्वोच्च सम्मान है, जो उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने वायुमंडलीय और महासागरीय विज्ञान में उत्कृष्ट योगदान दिया है।
भारतीय मूल की बेहल ने भारत के पंजाब यूनिवर्सिटी से भौतिकी में स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की और फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी से फिजिकल ओशनोग्राफी में डॉक्टरेट किया। उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर एक पुरस्कार विजेता अध्यापक के रूप में भी मान्यता मिल चुकी है।
यूनिवर्सिटी ऑफ जॉर्जिया से बातचीत में बेहल ने कहा कि उनका करियर हमेशा इस प्रतिबद्धता से प्रेरित रहा है कि तटीय और समुद्री विज्ञान में भागीदारी को व्यापक बनाया जाए, समुदायों को पर्यावरणीय बदलावों के प्रति सशक्त बनाया जाए और युवा वैज्ञानिकों व नेताओं को मार्गदर्शन दिया जाए।
विश्वविद्यालय से परे भी उन्होंने कई नेतृत्व भूमिकाएं निभाई हैं। वे 2022 से 2025 तक AMS की निर्वाचित काउंसलर रहीं हैं। साथ ही The Oceanography Society में भी सक्रिय रहीं, जहां उन्होंने शोधकर्ताओं, प्रैक्टिशनर्स और शिक्षकों को जोड़ने वाले पेशेवर संगठनों की दिशा तय करने में योगदान दिया।
जॉर्जिया सी ग्रांट के निदेशक मार्क रिसे ने कहा कि मोना में विचारों को ऐसे कार्यक्रमों में बदलने की प्रतिभा है जो वास्तविक प्रभाव डालते हैं। उनका नेतृत्व और मार्गदर्शन विज्ञान और समुदायों को जॉर्जिया और पूरे देश में मजबूत बनाता है।
बेहल ने 2019 में AMS अर्ली करियर लीडरशिप अकादमी की सह-स्थापना की थी, जिसे उन्होंने जॉर्जिया एनवायरनमेंटल लीडरशिप इंस्टीट्यूट के अपने अनुभव से प्रेरित होकर शुरू किया। अब अपने छठे साल में यह अकादमी मौसम, जल और जलवायु विज्ञान के सैकड़ों शुरुआती पेशेवरों को प्रशिक्षित कर चुकी है। उन्होंने सी ग्रांट का कम्युनिटी इंगेज्ड इंटर्नशिप प्रोग्राम भी सह-स्थापित किया जो स्नातक छात्रों को स्थानीय स्तर पर सीखने के अवसर प्रदान करता है।
जॉर्जिया के भीतर भी उनका प्रभाव व्यापक है। वे मरीन एक्सटेंशन और जॉर्जिया सी ग्रांट के रिसर्च प्रोग्राम का नेतृत्व करती हैं, जहाँ वे पूरे राज्य की विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञों को साथ लाकर तटीय पारिस्थितिकी तंत्र और समुदायों से जुड़े चुनौतियों का समाधान निकालती हैं। उन्होंने स्टेट फेलोशिप और रिसर्च ट्रेनिशिप जैसे कार्यक्रम भी स्थापित किए, जो युवाओं को मरीन साइंस, नीति और तटीय संसाधन प्रबंधन में करियर बनाने के लिए तैयार करते हैं।
राष्ट्रीय स्तर पर, बेहल कई बोर्ड्स और समितियों में सेवा दे रही हैं, जिनमें नेशनल एकेडमीज़ ऑफ साइंसेज़, इंजीनियरिंग एंड मेडिसिन और यूनिवर्सिटी कॉरपोरेशन फॉर एटमॉस्फेरिक रिसर्च शामिल हैं। वे तटीय लचीलापन (coastal resilience) और जनसंपर्क से जुड़े पहलों में योगदान दे रही हैं।
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