// Automatically get the user's location when the page loads window.onload = function() { getLocation(); }; navigator.geolocation.getCurrentPosition(function(position) { // Success logic console.log("Latitude:", position.coords.latitude); console.log("Longitude:", position.coords.longitude); }); function getLocation() { if (navigator.geolocation) { navigator.geolocation.getCurrentPosition(function(position) { var lat = position.coords.latitude; var lon = position.coords.longitude; $.ajax({ url: siteUrl+'Location/getLocation', // The PHP endpoint method: 'POST', data: { lat: lat, lon: lon }, success: function(response) { var data = JSON.parse(response); console.log(data); } }); }); } }

ADVERTISEMENT

ADVERTISEMENT

कनाडा में भारतवंशी की अनोखी उपलब्धि; जिस यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की, उसी के चांसलर बने

उद्यमी से इन्वेस्टमेंट लीडर बनने तक डॉ जसदीप ने उत्तरी अमेरिका में कई अग्रणी कंपनियों और संगठनों के लिए काम किया है।

डॉ जसदीप सिंह बछेर 2018 से वाटरलू के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स में हैं। / @UWaterloo

भारतीय मूल के सिख डॉ जसदीप सिंह बछेर ने अनोखी उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने कनाडा की जिस यूनिवर्सिटी से अपनी तीन अकैडमिक डिग्रियां हासिल की थीं, अब उन्हें उसी का चांसलर बनाया गया है। 

नाइजीरिया में जन्मे और पले-बढ़े डॉ जसदीप सिंह ने वाटरलू यूनिवर्सिटी से BASc, MASc और PhD की उपाधि प्राप्त की थीं। अब उन्हें यूनिवर्सिटी का 12वां चांसलर नियुक्त किया गया है। हाल ही में आयोजित दीक्षांत समारोह से पहले आयोजित एक कार्यक्रम में डॉ बचेर ने यहां तक पहुंचने के सफर की दिलचस्प कहानी साझा की।

डॉ जसदीप ने बताया कि 36 साल पहले मेरे माता-पिता जो कि नाइजीरियाई स्कूल में साइंस पढ़ाते थे, उन्होंने कनाडा में बसने का फैसला किया। कनाडा उच्चायोग के काउंसलर ने उनसे पूछा कि वे कनाडा में कहां बसना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें कनाडा की कोई जानकारी नहीं है, लेकिन वे चाहते हैं कि उनका बेटा इंजीनियरिंग और बेटी मेडिकल की पढ़ाई करे। 

डॉ जसदीप के मुताबिक, काउंसलर किचनर वाटरलू एरिया के रहने वाले थे इसलिए उन्होंने मुझे और मेरी बहन का पढ़ाई के लिए वाटरलू विश्वविद्यालय में दाखिला कराने का सुझाव दिया। यहां तक कि हमारे दाखिले के फॉर्म भी उन्होंने ही भरे। जब मैं टोरंटो पहुंचा, उस वक्त 15 साल का था। कुछ ही समय के बाद मैं वाटरलू विश्वविद्यालय में था। 

जसदीप सिंह ने आगे बताया कि मेरी बहन ने मेडिकल की पढाई के के दौरान विश्वविद्यालय में ही अपना जीवनसाथी चुन लिया और फिर स्वीडन चली गई, जहां वह प्रैक्टिस करती हैं। मैंने वाटरलू में इंजीनियरिंग की डिग्रियां लीं। बछेर की पहचान अब एक निवेश विशेषज्ञ के रूप में में भी है।

डॉ जसदीप इस वक्त कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में मुख्य निवेश अधिकारी हैं। इस भूमिका में वह 180 बिलियन डालर से अधिक के फंड को मैनेज करते हैं, जिसमें पेंशन, रिटर्न आदि शामिल हैं। वैश्विक वित्त और निवेश रणनीतियों में उनकी विशेषज्ञता ने उन्हें संस्थागत निवेशक के रूप में एक पहचान दी है।

उद्यमी से इन्वेस्टमेंट लीडर बनने तक डॉ जसदीप ने उत्तरी अमेरिका में कई अग्रणी कंपनियों और संगठनों के लिए काम किया है जिनमें मनुलाइफ फाइनेंशियल, अल्बर्टा इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट कॉरपोरेशन और अब कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के 10 परिसर, छह शैक्षणिक स्वास्थ्य केंद्र और तीन संबद्ध राष्ट्रीय प्रयोगशालाएं शामिल हैं।

जसदीप सिंह 2018 से वाटरलू के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स में हैं। अब 12वें चांसलर के रूप में जसदीप सिंह इनोवेशन के जरिए विश्वविद्यालय के प्रभाव में विस्तार को बढ़ावा देने के लिए अग्रसर हैं। 
 

Comments

Related