ADVERTISEMENT

ADVERTISEMENT

CCNY के प्रोफेसर को 2 मिलियन डॉलर की ग्रांट, क्लाइमेट रिसर्च पर करेंगे काम

प्रो. देवीनेनी ने बताया कि परियोजना के तहत ग्रेटर न्यूयॉर्क क्षेत्र में बाढ़, भूस्खलन, हीटवेव जैसे खतरों के प्रभाव का आकलन करके उनसे बचाने के लिए लोगों को तैयार करना है।

यह अनुदान सीसीएनवाई में सिविल इंजीनियरिंग के भारतीय-अमेरिकी प्रोफेसर नरेश देवीनेनी को दिया गया है। / Image : ccny.cuny.edu

सिटी कॉलेज ऑफ न्यूयॉर्क (CCNY) को अमेरिकी ऊर्जा विभाग से RENEW (रीचिंग ए न्यू एनर्जी साइंसेज वर्कफोर्स) पहल के तहत तीन साल का प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए 2 मिलियन डॉलर का अनुदान मिला है।

यह अनुदान सीसीएनवाई में सिविल इंजीनियरिंग के भारतीय-अमेरिकी प्रोफेसर नरेश देवीनेनी को दिया गया है जो प्राकृतिक खतरों से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिए वर्कफोर्स तैयार के तीन साल के शोध और प्रशिक्षण का नेतृत्व करेंगे।

इस पहल के तहत CCNY के साथ स्टोनी ब्रुक विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय अक्षय ऊर्जा प्रयोगशाला, Argonne राष्ट्रीय प्रयोगशाला और राष्ट्रीय अनुसंधान प्रयोगशालाओं के विशेषज्ञ एक साथ काम करेंगे। टीम में सिविल, पर्यावरण, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के अलावा जलवायु विज्ञान, डेटा विज्ञान और शिक्षा के शोधकर्ता शामिल हैं।

प्रोजेक्ट का प्राथमिक लक्ष्य छात्रों और नए वैज्ञानिकों को बाढ़, भूस्खलन और हीटवेव जैसे प्राकृतिक खतरों को बेहतर ढंग से समझने और मैनेज करने के ज्ञान और कौशल प्रदान करना है। इसका फोकस ग्रेटर न्यूयॉर्क महानगरीय क्षेत्र पर होगा, जो देश के सबसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में से एक है।

प्रो. देवीनेनी ने बताया कि परियोजना के तहत ग्रेटर न्यूयॉर्क क्षेत्र में बाढ़, भूस्खलन, हीटवेव जैसे खतरों के प्रभाव का आकलन करके उनसे बचाने के लिए लोगों को तैयार करना है। इसे पारंपरिक कम्प्यूटेशनल विधियों के साथ ही एआई और मशीन लर्निंग को भी जोड़ा जाएगा। 

इस प्रोग्राम के तहत सरकार, उद्योग और शिक्षा में करियर बनाने के लिए स्नातक और पोस्टडॉक्टरल वैज्ञानिकों को तैयार किया जाएगा। उन्हें एआई संचालित वर्कफोर्स में लचीलापन और अनुकूलन परियोजनाओं के लिए आवश्यक विशेषज्ञता प्रदान करेगा।

Comments

Related