सांकेतिक तस्वीर / Pexels
अमेरिका में रहने वाले एक भारतीय नागरिक प्रणीथ कुमार उसिरीपल्ली को विमान में दो नाबालिगों पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह घटना लुफ्थांसा की फ्लाइट 431 में हुई जो शिकागो से जर्मनी के फ्रैंकफर्ट जा रही थी।
अमेरिकी अटॉर्नी ऑफिस के अनुसार 28 वर्षीय उसिरीपल्ली को 25 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया और उस पर खतरनाक हथियार से शारीरिक नुकसान पहुंचाने के इरादे से हमला करने का आरोप लगाया गया है। यह अपराध अमेरिका के विशेष विमानन क्षेत्राधिकार के अंतर्गत आता है।
मिली जानकारी के अनुसार पहले 17 वर्षीय नाबालिग ने बताया कि वह नींद से जागा तो उसने उसिरीपल्ली को अपने सामने धातु के कांटे के साथ खड़ा पाया। आरोपी ने उसके कंधे पर वार किया। इसके बाद दूसरे 17 वर्षीय नाबालिग की ओर वह बढ़ा और उसी फोर्क से उसके सिर के पीछे वार किया।
जब विमान के क्रू मेंबर्स ने हस्तक्षेप करने की कोशिश की तो उसिरीपल्ली ने अपने हाथों से बंदूक का इशारा बनाकर मुंह में रखने की एक्टिंग की मानो खुद को गोली मारने जा रहा हो। वह एक अन्य यात्री को थप्पड़ मारने और एक फ्लाइट अटेंडेंट को मारने की कोशिश करने का भी आरोपी है।
इसके बाद विमान को तुरंत बोस्टन लोगन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की ओर मोड़ दिया गया जहां पहुंचते ही आरोपी को फेडरल अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया।
अधिकारियों ने बताया कि प्रणीथ कुमार उसिरीपल्ली पहले छात्र वीजा पर अमेरिका आया था और बाइबिल अध्ययन में मास्टर्स की पढ़ाई कर रहा था। हालांकि अब उसका वीजा समाप्त हो चुका है और वह गैरकानूनी रूप से अमेरिका में रह रहा था।
बताया जा रहा है कि अगर दोषी साबित होता है तो उसिरीपल्ली को अधिकतम 10 साल की जेल, तीन साल तक पर्यवेक्षण और 250,000 डॉलर यानी लगभग 2 करोड़ तक का जुर्माना हो सकता है। उसिरीपल्ली को आने वाले दिनों में बोस्टन की संघीय अदालत में पेश किया जाएगा।
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