अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सर्जियो गोर को भारत में अगला अमेरिकी राजदूत नियुक्त करने का फैसला किया है। गोर इसके अलावा दक्षिण व मध्य एशियाई मामलों के भी विशेष दूत रहेंगे।
इसकी जानकारी देते हुए ट्रम्प ने सोशल मीडिया ट्रुथ सोशल पर लिखा कि मुझे खुशी है कि मैं सर्जियो गोर को भारत का नया अमेरिकी राजदूत और दक्षिण व मध्य एशिया के लिए विशेष दूत नियुक्त कर रहा हूं। वे मेरे विश्वसनीय सहयोगी हैं और भारत जैसे रणनीतिक रूप से अहम देश में बेहतरीन काम करेंगे।
बता दें कि सर्जियो गोर फिलहाल व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति कार्मिक निदेशक (Director of Presidential Personnel) के पद पर कार्यरत हैं। इस भूमिका में वे ट्रम्प प्रशासन के तहत संघीय सरकार के विभिन्न विभागों में नियुक्तियों की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। राष्ट्रपति के अनुसार, गोर और उनकी टीम ने अब तक लगभग 4,000 अधिकारियों की भर्ती की है और 95% से अधिक अहम पदों को भरा है।
ट्रम्प ने बताया कि हमारे विभाग और एजेंसियां 95% से ज्यादा भरी जा चुकी हैं। सर्जियो अपने सीनेट से पुष्टि (confirmation) होने तक व्हाइट हाउस में अपनी मौजूदा भूमिका निभाते रहेंगे।
ट्रम्प ने गोर को लंबे समय से अपना सहयोगी और मित्र बताते हुए कहा कि सर्जियो मेरे बेहतरीन दोस्त हैं। वह कई वर्षों से मेरे साथ खड़े रहे हैं। उन्होंने मेरे ऐतिहासिक राष्ट्रपति चुनाव अभियानों में काम किया थ। मेरी बेस्टसेलिंग किताबें प्रकाशित कीं और हमारे आंदोलन को समर्थन देने वाले सबसे बड़े सुपर-पीएसी में से एक का संचालन किया था।
ट्रम्प ने भारत के महत्व पर भी जोर देते हुए कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और दक्षिण एशिया जैसे अहम क्षेत्र में हमें ऐसे राजदूत की जरूरत है जिस पर मैं पूरी तरह भरोसा कर सकूं। सर्जियो गोर शानदार राजदूत साबित होंगे। इसके लिए मैं सर्जियो को बधाई देता हूं।
आपको बता दें कि सर्जियो गोर नियुक्ति की पुष्टि के लिए सीनेट में सुनवाई होगी। अगर मंजूरी मिलती है तो वे नई दिल्ली में पदभार संभालेंगे और अमेरिका-भारत संबंधों को मजबूत करने के साथ-साथ दक्षिण और मध्य एशिया में अमेरिकी हितों का प्रतिनिधित्व करेंगे।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि 140 करोड़ की आबादी वाला भारत अमेरिकी के लिए हर तरह से अहम साझेदार है। व्यापार से लेकर सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए भारत के साथ अच्छे संबंध जरूरी हैं। ऐसे में गोर की नियुक्ति वॉशिंगटन की इस प्रतिबद्धता को दर्शाती है कि अमेरिका नई दिल्ली के साथ अपने रिश्ते और गहराने के लिए गंभीर है। खासकर ऐसे समय में जब इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में भू-राजनीतिक प्रतिस्पर्धा तेज हो रही है।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login