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ऊर्जा, तकनीक और नवाचार पर भारतीय राजदूत की अमेरिकी सीनेटर से हुई गहरी चर्चा

राजदूत क्वात्रा ने अमेरिकी प्रतिनिधि डीना टाइटस से भी मुलाकात की।

भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा ने अमेरिकी सीनेटर ब्रायन शैट्ज / Image Credit: X/@AmbVMKwatra

अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा ने अमेरिकी सीनेटर ब्रायन शैट्ज से मुलाकात की और ऊर्जा, तकनीक और नवाचार जैसे अहम क्षेत्रों में भारत-अमेरिका सहयोग बढ़ाने पर विस्तार से चर्चा की।

सीनेटर शैट्ज, सीनेट डेमोक्रेटिक कॉन्फ्रेंस के उप सचिव और सीनेट फॉरेन रिलेशंस कमेटी के सदस्य हैं। क्वात्रा ने X पर लिखा कि सीनेटर ब्रायन शैट्ज से मिलकर खुशी हुई। हमने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग, ऊर्जा और तकनीकी साझेदारी, नवाचार के क्षेत्रों और कई क्षेत्रीय मुद्दों पर विचार साझा किए।

क्वात्रा की अमेरिका के सांसदों से लगातार मुलाकातें

राजदूत क्वात्रा ने अमेरिकी प्रतिनिधि डीना टाइटस से भी मुलाकात की। दोनों ने व्यापार, तकनीक और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में रिश्तों को मजबूत बनाने पर चर्चा की। क्वात्रा ने पोस्ट किया कि प्रतिनिधि डीना टाइटस से शानदार बातचीत हुई। हमने व्यापार, तकनीक और पर्यटन पर बात की। भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने में उनके निरंतर समर्थन के लिए आभार।

ट्रेड डील पर उम्मीदें बढ़ीं

इसी बीच भारत पहुंचे अमेरिकी डिप्टी ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव रिक स्विट्जर ने विदेश सचिव विक्रम मिस्री से मुलाकात की।
MEA के अनुसार बैठक में आर्थिक और तकनीकी साझेदारी, चल रही व्यापार वार्ताएं और सप्लाई चेन को मजबूत बनाने जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई।

US डेलिगेशन के नए प्रमुख स्विट्जर और मुख्य वार्ताकार ब्रेंडन लिंच की यह यात्रा भारत-अमेरिका ट्रेड डील को आगे बढ़ाने की उम्मीद जगाती है।

दोनों देश मिलकर Indo-Pacific में स्थिरता पर भी काम करेंगे

9 दिसंबर को भारत और अमेरिका के बीच फॉरेन ऑफिस कंसल्टेशन हुई। इसमें दोनों देशों ने व्यापार और निवेश, रक्षा सहयोग, TRUST पहल, ऊर्जा साझेदारी, महत्वपूर्ण खनिजों और विश्वसनीय सप्लाई चेन पर चर्चा की।

बैठक की सह-अध्यक्षता विदेश सचिव मिस्री और अमेरिकी अंडर सेक्रेटरी एलिसन हूकर ने की। दोनों ने एक मुक्त और खुला इंडो-पैसिफिक सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता दोहराई।

MEA के अनुसार दोनों देशों ने 'COMPACT for the 21st Century' को तेजी से लागू करने पर सहमति जताई, ताकि रक्षा, व्यापार और तकनीक के प्रमुख क्षेत्रों में परिवर्तनकारी सहयोग बढ़ सके।

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