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यूरोप की यात्रा अब होगी महंगी, यूरोपीय संघ ने शेंगेन वीजा शुल्क में किया 12% का इजाफा

11 जून से शेंगेन वीजा शुल्क वयस्क आवेदकों के लिए €80 से बढ़ाकर €90 कर दिया गया है। वहीं, छह से बारह साल की आयु के बच्चों के लिए वीजा शुल्क में 5 यूरो की बढ़ोतरी की गई है। अब यह €40 से €45 तक बढ़ गया है।

शुल्क में यह बढ़ोतरी दिसंबर 2023 में EU वीजा शुल्क की समीक्षा के बाद हुई है। / @AlevTakil

यूरोपीय आयोग द्वारा शेंगेन (Schengen) वीजा शुल्क में बढ़ोतरी के बाद आपकी यूरोप की अगली यात्रा अब महंगी होने जा रही है। यूरोपीय संघ के शुल्क बढ़ाने के बाद शेंगेन वीजा 12% महंगा हो गया है। 11 जून से शेंगेन वीजा शुल्क वयस्क आवेदकों के लिए €80 से बढ़ाकर €90 कर दिया गया है। वहीं, छह से बारह साल की आयु के बच्चों के लिए वीजा शुल्क में 5 यूरो की बढ़ोतरी की गई है। अब यह €40 से €45 तक बढ़ गया है। इसके अलावा, जो देश यूरोपीय संघ में अवैध रूप से रह रहे अपने नागरिकों को वापस लेने में सहयोग नहीं करते हैं, उन पर वीजा शुल्क बढ़ाकर €135 या €180 करने का खतरा मंडरा रहा है।

स्लोवेनियाई (Slovenian) सरकार ने मई में एक बयान में कहा था कि यूरोपीय आयोग ने दुनिया भर में अल्पकालिक प्रवास के लिए शेंगेन वीजा (वीजा प्रकार C) के शुल्क में 12 प्रतिशत की वृद्धि करने का निर्णय लिया है। यह वृद्धि 11 जून, 2024 से दुनिया भर में लागू होगी।

शुल्क में यह बढ़ोतरी दिसंबर 2023 में EU वीजा शुल्क की समीक्षा के बाद हुई है, जो शेंगेन वीजा कोड द्वारा तय तीन साल में एक बार होती है। EU ने इसके लिए महंगाई और सिविल सेवकों के वेतन में वृद्धि का कारण बताया है। पिछली वृद्धि फरवरी 2020 में हुई थी जब शुल्क €60 से बढ़कर €80 हो गए थे।

हालांकि इस फैसले को लेकर असंताेष भी है। खासकर तुर्की नागरिकों में जो EU के साथ वीजा-मुक्त समझौते का इंतजार कर रहे हैं। 2023 में शेंगेन क्षेत्र में 10.3 मिलियन से अधिक अल्पकालिक प्रवास वीजा आवेदन प्राप्त हुए। यह 2022 की तुलना में 37% की वृद्धि है। लेकिन फिर भी 2019 के 17 मिलियन आवेदनों की ऊंचाई से कम है।

शेंगेन क्षेत्र में 29 यूरोपीय देश शामिल हैं, जिनमें से 25 EU के राज्य हैं। शेंगेन क्षेत्र के देश हैं, बेल्जियम, बुल्गारिया, क्रोएशिया, चेक गणराज्य, डेनमार्क, जर्मनी, एस्टोनिया, ग्रीस, स्पेन, फ्रांस, इटली, लातविया, लिथुआनिया, लक्ज़मबर्ग, हंगरी, माल्टा, नीदरलैंड, ऑस्ट्रिया, पोलैंड, पुर्तगाल, रोमानिया, स्लोवेनिया, स्लोवाकिया, फ़िनलैंड, स्वीडन, आइसलैंड, लीचस्टीन, नॉर्वे और स्विट्जरलैंड।

भारतीय नागरिकों में यूरोप की यात्रा को लेकर बढ़ती दिलचस्पी दिखाई दे रही है। 2023 में 2022 की तुलना में शेंगेन वीजा आवेदनों में 43% की वृद्धि हुई है। वीजा आवेदनों में भारत तीसरे स्थान पर रहा, जिसमें 966,687 आवेदन दायर हुए। 2018 के बाद से चीन के नागरिकों ने 1.1 मिलियन आवेदनों के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया। SchengenVisaInfo की रिपोर्ट है कि 2023 के 10% से ज्यादा आवेदन चीनी नागरिकों के थे। उसके बाद तुर्की और भारतीय नागरिकों के थे।

यूरोपीय आयोग ने भारतीय नागरिकों के लिए एक नया वीजा 'कैस्केड' (cascade) व्यवस्था शुरू की है। इसमें मल्टी-एंट्री वीजा तक आसान पहुंच मिलती है। इसकी वैलिडिटी बढ़ाई गई है। भारत में रहने वाले भारतीय नागरिक अब पिछले तीन वर्षों में कानूनी रूप से दो वीजा का उपयोग करने के बाद दो साल का मल्टी-एंट्री वीजा प्राप्त कर सकते हैं। इसके बाद पांच साल का वीजा प्राप्त किया जा सकता है। यह किसी भी 180 दिन की अवधि में 90 दिन तक के छोटे प्रवास की अनुमति देता है।

 

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