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कनाडा की अंडरकवर सेक्स स्टिंग में भारतीय मूल के पुरुष फंसे, 8 पर आरोप

यह ऑपरेशन 28 और 29 अक्टूबर के बीच एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर चलाया गया था, जिसमें ओंटारियो प्रांतीय पुलिस की इंटेलिजेंस-लेड जॉइंट फोर्सेज स्ट्रेटेजी का सहयोग था।

कनाडा के ओंटारियो शहर की क्षेत्रीय पुलिस ने स्टिंग करते हुए नाबालिगों के साथ सेक्स की इच्छा जताने वाले भारतीय मूल के पुरषों समेत 8 पर आरोप तय किए हैं। लंदन पुलिस सर्विस की ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने दो दिवसीय अंडरकवर ऑपरेशन चलाया और पाया कि आरोपी ये जानते थे कि वह 18 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति से संपर्क कर रहे हैं, फिर भी उन्होंने सैक्स सर्विस हासिल करने का प्रयास किया।

यह ऑपरेशन 28 और 29 अक्टूबर के बीच एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर चलाया गया था जिसमें ओंटारियो प्रांतीय पुलिस की इंटेलिजेंस-लेड जॉइंट फोर्सेज स्ट्रेटेजी का सहयोग था। इसमें एक अंडरकवर अधिकारी ने नाबालिग का रूप धारण किया था। पुलिस के अनुसार पुरुषों ने उस व्यक्ति की कथित आयु के बारे में जानने के बाद भी बातचीत जारी रखी।

पुलिस ने एक बयान में कहा कि ऑपरेशन एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से किया गया जहां पुरुषों ने एक अंडरकवर अधिकारी से यौन सेवाएं प्राप्त करने के लिए बातचीत की। हर मामले में संदिग्ध पुरुषों को यह पता था कि वे ऐसे व्यक्ति से बात कर रहे हैं जो 18 वर्ष से कम आयु का है।

गिरफ्तार किए गए लोगों में 22 साल का सुखवंत सिंह, 31 साल का सैयद बिलाल सादात, 34 साल का जरनैल सिंह, 27 साल का सामी तवील, 31 साल का मोहित दिनेशभाई कानानी, 31 साल का पुजन राउत, 27 साल का इब्राहिम अब्दलमलेक और 26 साल का ओमर अत्तर है। सभी आठों पर एक ही आरोप लगाया गया है कि इन्होंने 18 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति से यौन सेवाएं प्राप्त करने के उद्देश्य से बातचीत की।

पुलिस ने आरोपियों को लंदन और वुडस्टॉक के स्थानीय निवासी बताया है। अधिकारियों ने इस स्टिंग के दौरान उपयोग किए गए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का नाम सार्वजनिक नहीं किया और न ही उन्होंने आरोपियों की आव्रजन या निवास स्थिति पर टिप्पणी की।

कई नाम भारतीय या दक्षिण एशियाई मूल के प्रतीत होते हैं लेकिन पुलिस ने उनकी पृष्ठभूमि की पुष्टि नहीं की है। जांचकर्ताओं ने ऐसे अभियानों में एजेंसियों के बीच सहयोग के महत्व पर जोर दिया।

पुलिस ने बयान में कहा कि अपराध की कोई सीमा नहीं होती और न ही हमारे प्रयासों की। अन्य पुलिस सेवाओं और साझेदार संगठनों के साथ काम करने से जांच मजबूत होती है। सहयोग के जरिए हम खुफिया जानकारी साझा कर सकते हैं, पीड़ितों की रक्षा कर सकते हैं और अपराधियों को जवाबदेह ठहरा सकते हैं। उनके साथ मिलकर हम अपने समुदायों को अधिक सुरक्षित बना सकते हैं।

प्रत्येक आरोपी को हिरासत से रिहा कर दिया गया है और उन्हें 27 नवंबर से 11 दिसंबर के बीच लंदन कोर्ट में पेश होना है। पुलिस ने इस मामले से जुड़ी किसी भी जानकारी वाले लोगों से लंदन पुलिस सर्विस या क्राइम स्टॉपर्स से संपर्क करने का आग्रह किया है।

2016 से अस्तित्व में आई लंदन पुलिस सर्विस की ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने कहा है कि ओंटारियो में रिपोर्ट किए गए अधिकांश मानव-तस्करी मामलों में यौन शोषण शामिल है जो अक्सर 25 वर्ष से कम आयु के पीड़ितों को निशाना बनाता है।

 

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