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बुजुर्ग से ठगी के मामले में भारतीय मूल के व्यक्ति को सजा

पटेल ने लगभग 1.8 मिलियन डॉलर का धनशोधन किया, खुद को संघीय एजेंट बताया। उसे फ्लोरिडा में एक स्टिंग ऑपरेशन में गिरफ्तार कर लिया गया।

सांकेतिक तस्वीर / Stock image/Shutterstock

न्यू जर्सी के भारतीय मूल के व्यक्ति प्रणव पटेल (33) को पूर्वी तट पर बुजुर्ग पीड़ितों को निशाना बनाकर धोखाधड़ी की योजना में धन शोधन की साजिश रचने के लिए संघीय जेल में छह साल और तीन महीने की सजा सुनाई गई है। पटेल को फ्लोरिडा के मध्य जिले में यूएस जिला न्यायाधीश विलियम एफ. जंग ने सजा सुनाई। 

पटेल ने 23 दिसंबर, 2024 को दोष स्वीकार किया था। अदालत ने योजना के दौरान लूटी गई कुल राशि 1,791,301 डॉलर जब्त करने का भी आदेश दिया। 

अदालत के दस्तावेजों के अनुसार धोखाधड़ी अक्टूबर और दिसंबर 2023 के बीच हुई। विदेशी कॉल सेंटरों से काम करने वाले साजिशकर्ताओं ने खुद को अमेरिकी सरकार के अधिकारियों के रूप में पेश किया, जिसमें ट्रेजरी विभाग के एजेंट भी शामिल थे। पीड़ितों से कहा जाता था कि उनके पास गिरफ्तारी वारंट लंबित हैं। अगर वे गिरफ्तारी नहीं चाहते तो उन्हें अपने पैसे और सोने को सुरक्षित रखने के लिए 'अधिकारियों' को सौंपना होगा। 

पटेल ने एक मनी म्यूल (मनी म्यूल का मतलब ऐसे व्यक्तिय से है जिसका उपयोग अक्सर अपराधी अनजाने में अवैध रूप से प्राप्त धन को स्थानांतरित करने के लिए करते हैं) के रूप में काम किया। वह बुजुर्ग पीड़ितों से नकदी और सोना इकट्ठा करने के लिए न्यू जर्सी से फ्लोरिडा सहित विभिन्न स्थानों पर जाता था। सुनवाई के दौरान एक पीड़ित ने कहा कि धोखाधड़ी के कारण उसे अपना घर बेचना पड़ा और केवल सामाजिक सुरक्षा पर निर्भर रहना पड़ा।

दिसंबर 2023 में पटेल हिल्सबोरो काउंटी में एक आवास पर सोने का एक डिब्बा लेने की उम्मीद में गया था। उसे पता नहीं था कि कानून प्रवर्तन अधिकारी उसकी निगरानी कर रहे हैं। डिब्बा उठाने के कुछ ही समय बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

यू.एस. सीक्रेट सर्विस टैम्पा फील्ड ऑफिस के प्रभारी विशेष एजेंट रॉबर्ट एंगेल ने कहा कि कमजोर, बेखबर बुज़ुर्ग पीड़ितों को शिकार बनाकर उनकी मेहनत की कमाई लूटना घृणित है। इससे भी बदतर, प्रतिवादी के सह-षड्यंत्रकारियों ने पीड़ितों से लगभग 2 मिलियन डॉलर की ठगी करने के लिए सरकारी एजेंट के रूप में खुद को पेश किया, उनकी मांगों का पालन न करने पर गिरफ़्तार करने की धमकी दी।

एंगेल ने यू.एस. सीक्रेट सर्विस, पास्को शेरिफ ऑफ़िस, हिल्सबोरो काउंटी शेरिफ ऑफ़िस और फ़्लोरिडा के मध्य जिले के यू.एस. अटॉर्नी ऑफिस के जाँच कार्य को श्रेय दिया। इस मामले की पैरवी सहायक यू.एस. अटॉर्नी जेनिफर एल. पेरेसी और मारिया गुजमैन ने की।

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