माता पिता के साथ संजीवा रेड्डी थल्ला / Instagram/@sanjeeva_thalla
भारतीय मूल के प्रोग्रामर संजीवा रेड्डी थल्ला की सोशल मीडिया पोस्ट इन दिनों इंटरनेट पर खूब वायरल हो रही है। उन्होंने अपने माता-पिता की पहली उड़ान और ब्रिटेन आगमन का भावनात्मक वीडियो इंस्टाग्राम पर साझा किया जिसने लाखों लोगों का दिल छू लिया।
थल्ला ने लिखा कि यह उनका पहली बार विमान में बैठना था। पहली बार अपने राज्य की सीमा पार करना था और पहली बार जूते पहनना था।
वीडियो की शुरुआत उनके माता-पिता के तेलंगाना के गांव के खेतों में बैठने के दृश्यों से होती है और फिर दृश्य कट होता है ब्रिटेन में बेटे, बहू और पोती से मुलाकात पर। थल्ला ने इस यात्रा को अपने बचपन से जोड़ा और कहा कि मैं भी कभी खेतों के पास पैबंद लगे कपड़े पहनकर स्कूल जाता था और अब वे मेरे घर में हैं।
उन्होंने लिखा कि यह पल भौतिक उपलब्धि का नहीं बल्कि भावनात्मक संतुष्टि का था। मेरी मां आज भी अंगूठा लगाकर साइन करती हैं, पिता मुश्किल से तेलुगू में नाम लिख पाते हैं लेकिन अब वे महाद्वीप पार कर मेरे घर पहुंचे हैं यही असली खुशी है।
इस पोस्ट को हजारों यूजर्स ने सराहा। लोगों ने इसे दुनिया का सबसे खूबसूरत एहसास बताया और कहा कि यह उन बच्चों के सपनों को दर्शाता है जो साधारण पृष्ठभूमि से उठकर अपने माता-पिता को एक बेहतर जीवन देना चाहते हैं।
कई लोगों ने कमेंट किया कि वीडियो देखकर उन्हें अपने माता-पिता की याद आ गई। यह सिर्फ एक फ्लाइट नहीं, पीढ़ियों की मेहनत और सपनों की उड़ान है।
पिछले कुछ वर्षों में तेलंगाना जैसे राज्यों से ब्रिटेन की ओर प्रवास तेजी से बढ़ा है, खासकर टेक्नोलॉजी सेक्टर में। आज ब्रिटेन में 17 लाख से अधिक भारतीय मूल के लोग रह रहे हैं, जो देश के सबसे प्रभावशाली प्रवासी समुदायों में से एक हैं और टेक उद्योग में अहम योगदान दे रहे हैं।
थल्ला ने बाद में एक नोट पोस्ट कर सभी का धन्यवाद किया। उन्होंने लिखा कि उन्हें सम्मानित और विनम्र महसूस हुआ कि इतनी बड़ी संख्या में लोगों ने उनके परिवार के इस क्षण को सराहा। उन्होंने कहा कि अब मेरे माता-पिता पहली बार आराम से अपनी पोती के साथ समय बिता सकते हैं। यही मेरे लिए सच्ची सफलता है।
थल्ला का यह वीडियो सिर्फ एक पारिवारिक पल नहीं बल्कि कृतज्ञता, संघर्ष और पारिवारिक मूल्यों की कहानी बन गया जो दुनियाभर के दर्शकों के दिलों को छू गया।
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login