पीएम मोदी और ईरान के सर्वोच्च लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई / wikipedia
            
                      
               
             
            अमेरिका के कैलिफोर्निया में रहने वाली एक महिला ने बेहद असामान्य मुकदमा दायर किया है, जिसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई और अमेरिका की डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलंबिया की अटॉर्नी जेनिन पिर्रो को प्रतिवादी बनाया गया है। महिला का आरोप है कि इन नेताओं ने उसकी निगरानी की, उसे परेशान किया और यहां तक कि उसकी हत्या की कोशिश भी की।
यह मुकदमा डायने डेमार नाम की महिला ने 15 अगस्त को यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट, सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट ऑफ कैलिफ़ोर्निया में दायर किया। वह इस केस में खुद को ही प्रतिनिधित्व कर रही हैं। मुकदमा अमेरिकी नागरिक अधिकार कानून 42 USC § 1983 के तहत दायर किया गया है, जिसके तहत डेमार का कहना है कि आरोपित लोगों ने क़ानून की आड़ में उन्हें नुकसान पहुंचाने की कोशिश की।
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मोदी पर क्या आरोप
डेमार ने नौ पन्नों की याचिका में दावा किया है कि प्रधानमंत्री मोदी ने उनकी गतिविधियों पर 24 घंटे नजर रखी और हायर किए गए हत्यारों के जरिए उनकी हत्या कराने की साजिश रची। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मोदी ने हिंदू धार्मिक अनुष्ठानों का इस्तेमाल करके उन्हें नुकसान पहुंचाने की कोशिश की और कृत्रिम रूप से उनके मानसिक रोग के लक्षण गढ़ने की कोशिश की ताकि अमेरिकी अधिकारी उनके खिलाफ केस दर्ज कर सकें।
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