प्रतीकात्मक तस्वीर / pexels
भारतीय-अमेरिकी घरों में थैंक्सगिविंग का डिनर टेबल आम तौर पर फीका नहीं होता—यह रंगों, खुशबू और मसालों से भरी एक ऐसी थाली बन जाता है, जहां अमेरिकी परंपरा और भारतीय स्वाद का बेहतरीन मेल दिखता है। कई परिवार पारंपरिक मेन्यू को एक ‘सुझाव’ की तरह लेते हैं और उसे अपने तरीके से मसालेदार रूप देते हैं।
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टर्की को मिला तंदूरी अवतार
ह्यूस्टन की नेहा पटेल बताती हैं कि उनका परिवार अब सिर्फ तंदूरी टर्की ही बनाता है। दही, नींबू, अदरक-लहसुन, कश्मीरी लाल मिर्च और गरम मसाले की 24 घंटे की मैरिनेशन से टर्की जूसी, नरम और फ्लेवर से भर जाता है। कई परिवार पारंपरिक स्टफिंग की जगह बिरयानी-स्टाइल स्टफिंग पसंद करते हैं जिसमें चावल, कारमेलाइज्ड प्याज़, मेवे और साबुत मसाले शामिल होते हैं।
तस्वीर / साइड डिशेस का नया इंडियन ट्विस्ट
ग्रीन बीन कैसरोल की जगह ‘ग्रीन बीन पोरियल’—सरसों, करी पत्ता और नारियल से बना हल्का-फुल्का साउथ इंडियन स्टिर-फ्राई। क्रैनबेरी सॉस की जगह स्पाइसी क्रैनबेरी चटनी—गुड़/ब्राउन शुगर, सिरका और पंचफोरन या लाल मिर्च के तड़के के साथ। मसाला मैश्ड पोटैटो—घी, जीरा, हरी मिर्च और धनिया से बना इंडियन-स्टाइल मैश।
तस्वीर। / image provided
डेज़र्ट में भी फ्यूजन का तड़का
न्यू जर्सी की बेकिंग एक्सपर्ट पारुल खोसला कार्डमम-सेंटेड पंपकिन पाई बनाती हैं, जिसे इलायची, दालचीनी और जायफल के इंडियन फ्लेवर से ट्विस्ट दिया जाता है। इसके साथ व्हिप्ड क्रीम की जगह केसर कुल्फी परोसी जाती है। अंत में, भारतीय-अमेरिकी थैंक्सगिविंग इस बात का प्रमाण है कि जब दो संस्कृतियां एक ही प्लेट में मिल जाएं, तो नतीजा एक ऐसी दावत बनती है जो परंपरा और स्वाद दोनों को नए रंग देती है।
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