अमेरिकी कांग्रेस सदस्य एडम स्मिथ, जो सदन की सशस्त्र सेवा समिति के वरिष्ठ सदस्य हैं तथा कांग्रेस सदस्य माइकल बाउमगार्टनर, जो सदन की न्यायपालिका एवं विदेश मामलों की समितियों के सदस्य हैं, इस ब्रीफिंग में शामिल हुए। / CGI Seattle
सिएटल स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास (CGI) ने अगले साल फरवरी में नई दिल्ली में होने वाले भारत-AI प्रभाव शिखर सम्मेलन 2026 से पहले अमेरिकी सांसदों और प्रौद्योगिकी अधिकारियों के लिए 7 नवंबर को एक पूर्व-कार्यक्रम ब्रीफिंग का आयोजन किया।
वाणिज्य दूतावास के नए चांसरी परिसर में आयोजित इस सत्र में शिखर सम्मेलन के मुख्य विषयों- लोग, ग्रह और प्रगति- पर ध्यान केंद्रित किया गया और ग्रेटर सिएटल क्षेत्र के तकनीकी सीईओ द्वारा प्रस्तुतियां दी गईं। यह चर्चा कृषि प्रौद्योगिकी में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के उपयोग और भारत के बढ़ते डेटा सेंटर और डिजिटल अवसंरचना क्षेत्रों में निवेश के अवसरों पर केंद्रित थी।
वाणिज्य दूतावास के नए चांसरी परिसर में आयोजित सत्र में शिखर सम्मेलन के केंद्रीय विषयों- लोग, ग्रह और प्रगति- पर ध्यान केंद्रित किया गया और ग्रेटर सिएटल क्षेत्र के तकनीकी सीईओ द्वारा प्रस्तुतियां दी गईं। / CGI Seattleअमेरिकी कांग्रेसी एडम स्मिथ, सदन की सशस्त्र सेवा समिति के वरिष्ठ सदस्य, और कांग्रेसी माइकल बॉमगार्टनर, सदन की न्यायपालिका और विदेश मामलों की समितियों के सदस्य, इस ब्रीफिंग में शामिल हुए।
प्रतिभागियों ने AI में भारत की प्रगति को रेखांकित किया और वैश्विक सहयोग के लिए 'सात चक्र' या विषय प्रस्तुत किए, जिनमें सुरक्षित और विश्वसनीय AI, मानव पूंजी, विज्ञान, लचीलापन और नवाचार, समावेशन, AI संसाधनों का लोकतंत्रीकरण और सामाजिक भलाई के लिए आर्थिक विकास शामिल हैं।
वाणिज्य दूतावास के अनुसार, सिएटल कार्यक्रम प्रशांत उत्तर-पश्चिम में नियोजित ऐसे सत्रों की श्रृंखला में पहला था। 2026 की शुरुआत में प्रमुख अमेरिकी विश्वविद्यालयों और AI उद्योग के हितधारकों के साथ अतिरिक्त कार्यशालाएँ और ब्रीफिंग आयोजित की जाएंगी।
भारत-AI प्रभाव शिखर सम्मेलन 2026, 19-20 फरवरी को नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित किया जाएगा। यह वैश्विक दक्षिण में आयोजित पहला बड़े पैमाने का वैश्विक AI शिखर सम्मेलन होगा, जिसमें सरकारों, शिक्षा जगत, स्टार्टअप्स और निजी क्षेत्र के प्रतिनिधि 'सभी के लिए AI' के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए एक साथ आएंगे।
इस दो दिवसीय कार्यक्रम का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना और AI की क्षमता को लोगों, ग्रह और वैश्विक प्रगति के लिए लाभकारी मापनीय परिणामों में बदलना है।
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