अमेरिकी फैमिली ने तकरीबन ढाई महीने भारत में बिताए। / image provided
ढाई महीने भारत में बिताने के बाद एक अमेरिकी परिवार ने कहा कि यहां की जिंदगी एक साथ अव्यवस्थित भी है और बेहद अपनापूर्ण भी। अमेरिका की रहने वाली एना हेकेन्सन दो बच्चों की मां हैं। उन्होंने अपनी भारत यात्रा को इंस्टाग्राम पर डॉक्यूमेंट किया। उनका पोस्ट देखते ही देखते वायरल हो गया, जिसे अब तक लाखों लोग देख चुके हैं।
भारत बनाम अमेरिका: छोटे-छोटे अनुभवों से बनी बड़ी तस्वीर
हेकेन्सन ने लिखा कि उन्हें पता था कि भारत अमेरिका से अलग होगा, लेकिन यहां की रोजमर्रा की गतिविधियों में शामिल होने के बाद उन्हें असल फर्क समझ आया। उनके अनुसार, लोग कैसे गाड़ी चलाते हैं, कैसे बातचीत करते हैं, खाना कैसा बनता है और परिवार कैसे साथ रहता है, इन बातों ने उनके अनुभव को गहराई से प्रभावित किया।
भारत में हॉर्न बजाने का अलग मतलब
अमेरिका में हॉर्न आमतौर पर गुस्सा दिखाने का संकेत माना जाता है, लेकिन भारत में इसका मतलब कुछ और ही है। वो कहती हैं, “मैं यहां हूं… ध्यान से… शुक्रिया!” उनके अनुसार भारत की सड़कें “कंट्रोल्ड कैऑस” यानी नियंत्रित अव्यवस्था जैसी लगती हैं, भीड़ तो है, लेकिन अपने तरीके से चलती है।
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भारतीय खाना: ‘स्पाइसी’ का नया अर्थ
हेकेन्सन ने मजाकिया अंदाज में लिखा, “जो अमेरिका में स्पाइसी है, वह भारत में स्पाइसी नहीं… कुछ और ही होता है!” उनके मुताबिक यहां का खाना विदेशी लोगों के लिए अप्रत्याशित रूप से ज्यादा तीखा हो सकता है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में लोग अक्सर एक-दूसरे को अनदेखा कर देते हैं, जबकि भारत में लोग खुलकर सवाल पूछते हैं- “कहां से आए? कहां जा रहे हो? क्यों?” उन्होंने इसे एक तरह की दिलचस्प जिज्ञासा बताया। हेकेन्सन लिखती हैं- भारत में मौसम सिर्फ गर्म, बरसात और “अचानक से ज्यादा गर्मी” जैसा लगता है। वहीं कचरा प्रबंधन और ट्रैफिक भी अमेरिका से बिल्कुल अलग हैं।
भारत में रहना सस्ता, परिवार बड़े
इस परिवार ने बताया कि अमेरिका में रोजमर्रा का खर्च काफी अधिक लगता है, जबकि भारत में यह खर्च काफी कम महसूस हुआ। साथ ही, भारत में परिवारों का मल्टी-जनरेशनल यानी दादा-दादी, चाचा-चाची समेत कई लोगों का एक साथ रहना उन्हें बेहद अनोखा और सुंदर लगा।
पोस्ट हुआ वायरल
एना का पोस्ट करीब 40 लाख लोगों ने देखा और हजारों कमेंट्स किए। एक यूज़र ने लिखा, “आपने जो चीजें नोटिस कीं, उन्हें साझा करने के लिए धन्यवाद।” दूसरे ने कहा, “मेरे परिवार, दो चाचाओं के परिवार और दादी हम सब एक ही घर में रहते हैं।” कुछ लोगों ने सुधार भी सुझाए। एक यूज़र ने लिखा कि उन्होंने शायद सिर्फ दक्षिण भारत का मौसम देखा है, “पहाड़ों में घूमकर देखो, असली तुलना तब होगी।” कई लोगों ने यह भी कहा कि विदेशी यात्रियों के लिए हेकेन्सन का अनुभव काफी हद तक बिल्कुल सही है, खासकर अजनबियों के अपनापन वाले हिस्से पर।
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