ADVERTISEMENTs

दिलजीत दोसांझ का दूसरा पहलू : ध्यान की तरंगों पर अध्यात्म की यात्रा

दिलजीत दोसांझ महज एक सेलिब्रिटी नहीं हैं। वह याद दिलाते हैं कि चकाचौंध और ग्लैमर के बावजूद अपने और अपने मूल्यों के प्रति सच्चा रहना वास्तव में मायने रखता है।

मंच पर ध्यान मुद्रा में दिलजीत दोसांझ / Courtesy Photo

(Navni Chawla)

अपने आसपास के तमाम हंगामे के बावजूद दिलजीत दोसांझ अर्थ की तलाश में हैं। वह आध्यात्मिकता की खोज कर रहे हैं और उनके पांव जमीन पर हैं। इस रॉकस्टार की ऊर्जा ध्यान में है। पंजाब रोडवेज ड्राइवर के घर जन्मे दिलजीत दोसांझ ने 16 साल की उम्र में अपना पहला अलबम जारी किया था जिसने उन्हें स्थानीय प्रतिभा से वैश्विक सनसनी बना दिया। 

कोचेला मंच की शोभा बढ़ाने वाले पहले पंजाबी कलाकार के रूप में इतिहास रचने से लेकर एड शीरन जैसे लोगों के साथ स्पॉटलाइट साझा करने तक और जामनगर में दर्शकों को लुभाने से लेकर सोशल मीडिया की कला में महारत हासिल करने तक इस गायक-अभिनेता ने सफलता की अविश्वसनीय यात्रा की है और वह भी एक असर के साथ। 

दिलजीत दोसांझ कैलिफोर्निया के प्रतिष्ठित संगीत समारोह कोचेला के संगीतप्रेमियों को लुभाने वाले पहले पंजाबी कलाकार हैं। / Courtesy Photo

आज दिलजीत शानदार प्रदर्शन और चार्ट-टॉपिंग हिट का पर्याय बन गए हैं जो स्टेडियमों को जीवंत नृत्य मैदानों में बदल देते हैं और उनके अमेरिकी दौरों को बिकने वाले (सोल्ड आउट) तमाशों में बदल देते हैं। मगर दिलजीत का जादू उनकी चार्ट-टॉपिंग सफलता से कहीं आगे तक फैला हुआ है

चीजें यहां से दिलचस्प होना शुरू होती हैं। 2020 में दिलजीत ने एक गहन आध्यात्मिक घटना का अनुभव किया जिसने एक तरह से 'उन्हें नया जन्म दिया।' इस अनुभव से लबरेज होने के बावजूद वह दृढ़ता से नियंत्रण में रहते हैं। यह उनकी आंतरिक शक्ति और स्पष्टता का प्रतीक है। इस परिवर्तनकारी अनुभव ने उनके दृष्टिकोण को नया आकार दिया जिससे वे उच्च चेतना और रचनात्मक उद्देश्य की एक नई भावना की ओर अग्रसर हुए। यह हमें याद दिलाता है कि सुपरस्टार भी गहरे सवालों से जूझ सकते हैं। 

दिलजीत एक शांत शख्स हैं। लेकिन उनका काम बोलता है। हाल ही में एक पंजाबी गायक की बायोपिक में 'अमर सिंह चमकीला' के उनके किरदार ने उन्हें बड़े पैमाने पर सम्मान दिलाया। बॉलीवुड में उन्होंने तमाम रवायतें तोड़ते हुए पहले सिख (लीड रोल में) की ख्याति हासिल की। 
 
वह छवियों से ग्रस्त दुनिया में प्रामाणिक रहते हैं। वह योग और ध्यान के समर्थक हैं। उनका मानना ​​है कि आंतरिक शांति सच्चे ज्ञान की राहें खोलती है। यह संदेश जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों को प्रभावित करता है।

एक दिलचस्प बात यह भी है कि वह अपनी प्रतिभा का श्रेय लेने में विश्वास नहीं करते हैं। वह अक्सर कहते हैं कि सच्चा ज्ञान हमारे लिए 'डाउनलोड' किया जाता है, बनाया नहीं जाता। वह अपनी कला को एक बर्तन, एक खाली और विनम्र पात्र के रूप में देखते हैं जो भगवान की कृपा से भरने के लिए तैयार है। 

कभी-कभी उनके प्रदर्शन के दौरान दर्शक उनकी उपस्थिति से मंत्रमुग्ध हो जाते हैं क्योंकि उनकी चेतना उन्हें दूसरे लोक में ले जाती है। दिलजीत दोसांझ महज एक सेलिब्रिटी नहीं हैं। वह याद दिलाते हैं कि चकाचौंध और ग्लैमर के बावजूद अपने और अपने मूल्यों के प्रति सच्चा रहना वास्तव में मायने रखता है। वह लाखों लोगों को प्रेरित करते रहते हैं। यह साबित करते हुए कि सुपरस्टारडम और विनम्रता साथ चल सकते हैं। विवाद उनके लिए कोई नई बात नहीं है लकिन वह बिना अपना आपा खोए हेकलर्स को जवाब देते हैं।


 

Comments

Related

ADVERTISEMENT

 

 

 

ADVERTISEMENT

 

 

E Paper

 

 

 

Video