कांग्रेसनल इक्वैलिटी कॉकस के ट्रांसजेंडर इक्वैलिटी टास्क फोर्स की सह-अध्यक्ष भारतीय अमेरिकी सांसद प्रमिला जयपाल ने 20 नवंबर को ट्रांसजेंडर डे ऑफ रिमेंबरेंस (TDOR) के रूप में मनाने के लिए एक प्रस्ताव पेश किया है।
सीनेटर माज़ी हिरोनो, प्रतिनिधि सारा जैकब्स और प्रतिनिधि मार्क पोकन द्वारा समर्थित यह पहल हिंसा के शिकार ट्रांसजेंडर्स को सम्मान देने, अमेरिका में ट्रांसजेंडर्स के खिलाफ बढ़ती बयानबाजी का विरोध करने की आवश्यकता को रेखांकित करती है।
जयपाल ने कहा कि हाल के वर्षों में अमेरिका में LGBTQ+ विरोधी बयानों और घटनाओं में वृद्धि हुई है। दुर्भाग्य से ट्रांसजेंडर के खिलाफ हिंसक घटनाओं में भी इजाफा हुआ है। बहुत से ट्रांसजेंडर्स को सिर्फ इसलिए जान गंवानी पड़ी क्योंकि वे अपने मूल स्वभाव के साथ जीना चाहते थे। इस तरह की घटनाएं और भेदभाव की वारदातें भयानक हैं। लेकिन हम इनके आगे झुकेंगे नहीं। मैं यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास करती रहूंगी कि सभी ट्रांसजेंडर्स बिना नफरत के खुलकर अपनी जिंदगी जी सकें।
जयपाल का यह प्रस्ताव ट्रांसजेंडर्स के खिलाफ होने वाली हिंसा और भेदभाव की घटनाओं के विरोध की जरूरत को रेखांकित करता है, घृणा अपराधों में जान गंवाने वाले लोगों को याद करता है और व्यवस्थागत परिवर्तन की जरूरत पर जोर देता है। जयपाल ने कहा कि यह प्रस्ताव ट्रांसजेंडर समुदाय की ताकत और लचीलेपन का प्रतीक है और सभी के लिए समानता व सुरक्षा की प्रतिबद्धता जाहिर करता है।
ट्रांसजेंडर कार्यकर्ता ग्वेन्डोलिन एन स्मिथ ने अश्वेत ट्रांसजेंडर महिला रीटा हेस्टर की याद में टीडीओआर लॉन्च किया है। रीटा की 1998 में हत्या कर दी गई थी जिसकी गुत्थी अब तक अनसुलझी है। तब से टीडीओआर हिंसा में जान गंवाने वाले ट्रांसजेंडर्स के जीवन का सम्मान करने का एक वैश्विक दिवस बन चुका है।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login