सर्वधर्म प्रार्थना सभा में हिंदू समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले कृष्णमूर्ति इकलौते सांसद थे। / X @CongressmanRaja
119वीं कांग्रेस के पहले दिन आयोजित द्विदलीय सर्वधर्म प्रार्थना सभा में भारतीय मूल के कांग्रेसी राजा कृष्णमूर्ति ने भी हिस्सा लिया। उन्होंने हिंदू धर्म का प्रतिनिधित्व करते हुए भगवद्गीता का एक अंश पढ़ा।
कांग्रेस के दो साल के कार्यकाल की शुरुआत के अवसर पर आयोजित इस प्रार्थना सभा में दोनों राजनीतिक दलों के तमाम सदस्यों ने भागीदारी की। कृष्णमूर्ति कार्यक्रम में हिंदू धर्म का प्रतिनिधित्व करने वाले एकमात्र सदस्य थे। प्रार्थना के बाद सदन के अध्यक्ष माइक जॉनसन और डेमोक्रेटिक नेता हकीम जेफरीज ने उपस्थित लोगों को संबोधित किया।
इस अवसर पर कृष्णमूर्ति ने कहा कि कुछ वर्ष पहले तक हिंदू-अमेरिकियों को देश की राजधानी में होने वाली प्रार्थना सभा में शामिल नहीं किया जाता था। लेकिन अब समय बदल गया है। मैं इसके लिए आभारी हूं।
उन्होंने आगे कहा कि हमने साथ मिलकर देश की शांति, समृद्धि और मजबूती के लिए प्रार्थना की। मैं अपने रिपब्लिकन और डेमोक्रेट सहयोगियों के सहयोग से हिंदू धर्म के प्रसार में योगदान देता रहूंगा।
प्रार्थना सभा के दौरान कृष्णमूर्ति ने भगवद्गीता के 18वें अध्याय के श्लोक 57-58 के अंश पढ़े। यह द्विदलीय प्रार्थना सभा को एकता और साझा उद्देश्यों की पूर्ति का प्रतीकात्मक प्रारंभ माना जाता है।
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