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भारतीय उद्योगपति और समाजसेवी आरएल काबरा का निधन

श्रद्धांजलि सभा में परिजनों और मित्रों के अलावा उद्योग जगत और समुदाय के कई प्रमुख लोग शामिल हुए।

आरएल काबरा (फाइल फोटो) / Courtesy photo

मुंबई के यशवंतराव चव्हाण सेंटर में सोमवार को प्रख्यात चार्टर्ड अकाउंटेंट और आर. काबरा एंड कंपनी एलएलपी के संस्थापक चेयरमैन आरएल काबरा की स्मृति में ‘तिये की बैठक’ आयोजित की गई। यह आयोजन उनके निधन के तीसरे दिन संपन्न हुआ।

इस श्रद्धांजलि सभा में परिजनों और मित्रों के अलावा उद्योग जगत और समुदाय के कई प्रमुख लोग शामिल हुए। इनमें श्याम सोनी, अरुण भांगडिया, अरुण मूंद्रा, पंकज भार्गव, अफज़ल, बृजमोहन मूंद्रा, बी.एम. राठी, पराग शाह, अरविंद माहेश्वरी, संचेती और मनीष भंसाली जैसे दिग्गज उपस्थित रहे।

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प्रवासी भारतीय समुदाय के नेता अरुण मूंद्रा ने आर. काबरा को याद करते हुए कहा कि वे न केवल एक सफल पेशेवर थे, बल्कि मानवीय मूल्यों के प्रतीक भी थे। मूंद्रा ने 2013 में उत्तराखंड बाढ़ पीड़ितों की मदद के दौरान काबरा के परोपकारी कार्यों को विशेष रूप से याद किया।

उन्होंने कहा, काबरा जी एक ऐसे इंसान थे, जिनका चेहरा हमेशा मुस्कुराता रहता था, चाहे हालात कितने भी मुश्किल क्यों न हों। उनकी शांत प्रकृति और जटिल समस्याओं को सरल बनाने की क्षमता लोगों को हमेशा प्रभावित करती थी।

व्यवसाय से परे, आर काबरा ने समाजसेवा और परोपकार को अपना जीवन मंत्र बनाया। उन्होंने कई सामाजिक मंचों की स्थापना में अहम भूमिका निभाई, जिससे व्यापक समुदाय को सार्थक योगदान का अवसर मिला। उनका जीवन विनम्रता, नैतिकता, करुणा और अटूट सकारात्मकता का प्रतीक रहा, एक ऐसी विरासत जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।

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