// Automatically get the user's location when the page loads window.onload = function() { getLocation(); }; navigator.geolocation.getCurrentPosition(function(position) { // Success logic console.log("Latitude:", position.coords.latitude); console.log("Longitude:", position.coords.longitude); }); function getLocation() { if (navigator.geolocation) { navigator.geolocation.getCurrentPosition(function(position) { var lat = position.coords.latitude; var lon = position.coords.longitude; $.ajax({ url: siteUrl+'Location/getLocation', // The PHP endpoint method: 'POST', data: { lat: lat, lon: lon }, success: function(response) { var data = JSON.parse(response); console.log(data); } }); }); } }

ADVERTISEMENT

ADVERTISEMENT

अमेरिका में युवाओं को जोड़ रहा हिंदू हेरिटेज यूथ कैंप

कैंप की दिनचर्या सुबह 7 बजे शाखा से शुरू होती है और दिन भर गतिविधियों के बाद आरती और भजनों के साथ समाप्त होती है।

हिंदू विरासत शिविर /

ग्रेटर ह्यूस्टन क्षेत्र में बसे हिंदू-अमेरिकन समुदाय के लिए यह साल का सबसे खास समय है—HHYC यानी हिंदू हेरिटेज यूथ कैंप की शुरुआत। यह पांच दिन का शिविर न केवल बच्चों को हिंदू धर्म की गहराई से परिचित कराता है, बल्कि उन्हें पहचान, आत्मविश्वास और सांस्कृतिक गौरव से भी जोड़ता है।

1985 से चल रहा यह शिविर, इस वर्ष अपने 41वें संस्करण में प्रवेश कर रहा है और इसका आयोजन Hindus of Greater Houston संस्था द्वारा किया जाता है। इस साल कुल 86 स्वयंसेवक काउंसलर्स की टीम ने इसे यादगार बनाने के लिए महीनों की मेहनत की है।

सांस्कृतिक पहचान से जुड़ने की अनूठी पहल
HHYC सिर्फ एक ग्रीष्मकालीन शिविर नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा मंच है जहां अमेरिका में पले-बढ़े हिंदू बच्चे अपनी जड़ों से जुड़ते हैं। यहां उन्हें वही त्योहार, भाषाएं, और परंपराएं अनुभव करने को मिलती हैं, जो वे आमतौर पर अपने घर तक ही सीमित पाते हैं। शिविर में योग, भजन, गीता शिक्षाएं, होली जैसे रंगीन पर्व, और पारंपरिक खेल बच्चों के दिनभर के कार्यक्रमों का हिस्सा होते हैं।

कैंप की दिनचर्या सुबह 7 बजे शाखा से शुरू होती है और दिन भर गतिविधियों के बाद आरती और भजनों के साथ समाप्त होती है, जो एक आध्यात्मिक समापन का अनुभव कराती है।

This post is for paying subscribers only

SUBSCRIBE NOW

Comments

Related