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अमेरिका के कई शहरों में होंगे 'ज्ञान यज्ञ', अगले माह से

इस कार्यक्रम का उद्देश्य वेदांत और भगवद गीता के प्राचीन ज्ञान को बढ़ावा देना है।

2025 ज्ञान यज्ञ में स्वामी भूमानंद तीर्थ और अन्य लोगों के नेतृत्व में इरविन, बे एरिया और कोलंबस में आध्यात्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। / CIRD-NA

सेंटर फॉर इनर रिसोर्सेज डेवलपमेंट-नॉर्थ अमेरिका (CIRD-NA) ने 2025 ज्ञान यज्ञ की घोषणा की है। यह आदरणीय शिक्षक स्वामी भूमानंद तीर्थ, स्वामी निर्विशेषानंद तीर्थ और मा गुरुप्रिया के नेतृत्व में परिवर्तनकारी आध्यात्मिक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला है। 

श्रृंखला के तहत 7 जून से 15 जून तक कैलिफोर्निया के इरविन और बे एरिया तथा ओहायो के कोलंबस शहरों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। तीन शहरों में होने वाले इस कार्यक्रम का उद्देश्य आध्यात्मिक ज्ञान को बढ़ावा देना और वेदांत और भगवद गीता की शिक्षाओं का प्रसार करना है।

कैलिफोर्निया के इरविन में, इस कार्यक्रम का नेतृत्व 93 वर्षीय स्वामी भूमानंद तीर्थ करेंगे। स्वामी भूमानंद तीर्थ एक आध्यात्मिक गुरु हैं जिन्होंने छह दशकों से अधिक समय तक वैश्विक स्तर पर वेदांत और भगवद गीता के ज्ञान को साझा किया है। 7 और 8 जून को आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में युवा मन में उद्देश्य और मनन को प्रेरित करने के लिए एक यूथ रिट्रीट शामिल होगा।

9 जून को, रिश्तों और स्पष्टता का पता लगाने के लिए 'मानव होने की कला' सत्र आयोजित किया जाएगा। और अंत में 11 से 15 जून तक कैलिफोर्निया के टस्टिन स्थित फेयरफील्ड इन मैरियट में भगवद् गीता रिट्रीट का आयोजन किया जाएगा।

इनके अलावा, स्वामी निर्विशेषानंद तीर्थ 18 जून से 24 जून तक खाड़ी क्षेत्र में और 24 जून से 1 जुलाई तक कोलंबस में कार्यक्रमों का नेतृत्व करेंगे। 28 और 29 जून को कोलंबस में सप्ताहांत रिट्रीट व्यावहारिक आध्यात्मिक अनुप्रयोगों पर ध्यान केंद्रित करेगा।

CIRD-NA 2017 से शीर्ष अमेरिकी विश्वविद्यालयों में वैश्विक भगवद गीता सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। इसका उद्देश्य गीता की कालातीत शिक्षाओं को बढ़ावा देना है।

CIRD-NA के उपाध्यक्ष डॉ. रवि जंध्याला ने 'प्रबुद्ध गुरुओं के साथ सीधे संपर्क' के माध्यम से कार्यक्रमों की परिवर्तनकारी क्षमता पर जोर दिया।

अध्यक्ष पंकज भाटिया तीन शिक्षकों के साथ जुड़ने के अवसर को समग्र पूर्ति के लिए 'दुर्लभ आशीर्वाद' कहते हैं। उपस्थित लोग सत्संग, प्रत्यक्ष संवाद और संदेह समाधान के लिए संवाद सत्रों में भाग ले सकते हैं।

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