Supplied / MOH: Jewels – NRI Stories 2025
कहानियों में एक अनोखी ताकत होती है खासकर जब वे सिर्फ लिखी नहीं जातीं बल्कि जी जाती हैं। जब सुर्खियों के पीछे की असली आवाजें मंच पर आती हैं तो वो सिर्फ कहानी नहीं रह जातीं बल्कि एक साझा अनुभव बन जाती हैं।
बीते दिनों जॉर्जिया के कमिंग के गोल्डन वेन्यू में NRI Pulse ने MOH: Jewels – NRI Stories 2025 आयोजित किया। यह भारतीय-अमेरिकी समुदाय की कहानियों के जरिए साहस, जुड़ाव और उम्मीद का जश्न मनाने की एक शाम थी। इसे NRI Pulse ने अपनी 20वीं वर्षगांठ के अवसर पर मनाया था। इस साल का आयोजन MOH: Jewels के सहयोग से हुआ जिसमें लाइव स्टोरीटेलिंग, म्यूजिक, डांस, डिनर और नेटवर्किंग का मेल था।
Supplied / MOH: Jewels – NRI Stories 2025कार्यक्रम की शुरुआत में NRI Pulse की संस्थापक संपादक वीणा राव ने कहा कि कहानियों का असर लहरों की तरह फैलता है। वे दिलों को छूती हैं, बातचीत शुरू करती हैं और कभी-कभी पूरे समुदाय को बदल देती हैं। यही NRI Stories का मकसद है हमारी अपनी कहानियों के लिए एक मंच देना। संघर्ष और साहस की, उम्मीद और बदलाव की कहानियां। क्योंकि जब हम अपनी कहानी बताते हैं तो दुनिया को दिखाते हैं कि सुर्खियों के पीछे भी सपने देखने वाले, डर झेलने वाले और अडिग इंसान हैं।
कार्यक्रम का संचालन Storytellars Table की सीईओ और स्पीकर कोच नेहा नेगंधी ने किया। शाम का पूरा आयोजन इस विचार पर केंद्रित था कि कहानी कहना समाज को जोड़ने और ठीक करने का जरिया है।
इस मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर अटलांटा स्थित भारत के वाणिज्य दूतावास के डिप्टी काउंसिल जनरल श्रीजन शांडिल्य और फुल्टन काउंटी के चीफ मजिस्ट्रेट कैसांड्रा किर्क मौजूद रहे। कार्यक्रम में पद्मश्री डॉ. धनंजय सगदेव को भी सम्मानित किया गया था। सगदेव स्वामी विवेकानंद मेडिकल मिशन (वायनाड, केरल) के मुख्य चिकित्सा अधिकारी हैं और जिन्होंने जनजातीय स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में चार दशकों से अधिक सेवा दी है। इनके अलावा मुस्तफा अजमेरी को भी सामुदायिक योगदान के लिए विशेष सम्मान दिया गया। उन्हें अटलांटा का अनऑफिशियल इंडियन मेयर कहा जाता है।
कार्यक्रम के दौरान मंच पर पांच कहानीकार भी आए। बीच-बीच में दर्शकों ने वैभवी मटपाठी के आत्मीय गीतों और अदावु ग्रुप के भरतनाट्यम नृत्य का आनंद लिया। कार्यक्रम के अंत में ज्योत्स्ना हेगड़े ने सबका आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे कहानीकारों ने हमें साहस दिया, दर्शकों ने हमें जुड़ाव दिया और प्रायोजकों ने इस मिशन को आगे बढ़ाने की ताकत दी।
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login