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टेक्सास में जिंदल स्टील का बड़ा निवेश, भारत में अमेरिकी राजदूत गार्सेटी ने की सराहना

जेएसडब्ल्यू स्टील ने 2024 सेलेक्टयूएसए इन्वेस्टमेंट समिट के दौरान बेटाउन में अपनी स्टील प्लेट मिल के आधुनिकीकरण में निवेश योजना की घोषणा की है।

भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा यह मजबूत अमेरिका-भारत साझेदारी का प्रमाण। / Courtesy Photo

जेएसडब्ल्यू स्टील (भारत की अग्रणी स्टील कंपनी) की सहायक कंपनी जेएसडब्ल्यू स्टील यूएसए बेटाउन, टेक्सास में अपनी स्टील प्लेट मिल के आधुनिकीकरण में 110 मिलियन डॉलर (9 अरब से अधिक) का निवेश करने की योजना बना रही है। परियोजनाओं में बेटाउन में इसकी विनिर्माण सुविधाओं के भीतर टिकाऊ प्रौद्योगिकी और अत्याधुनिक उपकरण शामिल होंगे।

भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने 25 जून को एक X पोस्ट में कहा कि यह निवेश 'मजबूत अमेरिका-भारत साझेदारी का प्रमाण' है। अपनी पोस्ट में राजदूत ने कहा कि इससे रोजगार पैदा होंगे, आर्थिक विकास को गति मिलेगी। दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाएं एक-दूसरे के करीब आएंगी। चेयरमैन जिंदल और जेएसडब्ल्यू स्टील के 800 से अधिक अमेरिकी कर्मचारियों को बधाई। 



जेएसडब्ल्यू स्टील ने 2024 सेलेक्टयूएसए इन्वेस्टमेंट समिट के दौरान निवेश की घोषणा की। यह समिट अमेरिका में एक प्रमुख कार्यक्रम है जो व्यापारिक सौदों को बढ़ावा देने के लिए निवेशकों, कंपनियों, आर्थिक विकास संगठनों और उद्योग विशेषज्ञों को एक साथ लाकर व्यापार निवेश की सुविधा प्रदान करता है।

नए निवेशों पर टिप्पणी करते हुए जेएसडब्ल्यू स्टील यूएसए के निदेशक पार्थ जिंदल ने कहा कि हमारे बेटाउन में नए निवेश जेएसडब्ल्यू यूएसए की टिकाऊ और हरित भविष्य के प्रति प्रतिबद्धता को मजबूत करते हैं। हमारे प्लेट मिल में नए अपग्रेड जेएसडब्ल्यू यूएसए की दीर्घकालिक ईएसजी पहल और संयुक्त राज्य अमेरिका में ऊर्जा स्पेक्ट्रम के डीकार्बोनाइजेशन का समर्थन करते हैं।

यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल के अध्यक्ष अतुल केशप ने कहा कि टेक्सास का संभावित व्यावसायिक माहौल पूरे देश में विकास के लिए एक मॉडल है। मैं हमारे दोनों महान देशों में समृद्धि के लिए जेएसडब्ल्यू स्टील की प्रतिबद्धता की सराहना करता हूं। इस तरह की पहल के माध्यम से संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत विश्वास, साझेदारी और पारस्परिक प्रगति पर आधारित कदमताल देखना जारी रखेंगे।

गार्सेटी ने कहा- गुणात्मक हैं अमेरिका-भारत संबंध
शिखर सम्मेलन से इतर गार्सेटी ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और अमेरिका के बीच संबंध गुणात्मक हैं। अब अमेरिकी लोग भारतीय ब्रांडों और भारतीय कंपनियों से अधिक परिचित हो रहे हैं। हम साथ मिलकर तीसरे देशों, बुनियादी ढांचे, ऊर्जा, जलवायु समाधानों में निवेश कर रहे हैं और कल की समृद्धि को सशक्त बना रहे हैं।

गार्सेटी ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि दोनों देशों के बीच संबंध कभी इतने मजबूत नहीं रहे। उन्होंने भारतीय-अमेरिकी समुदाय को अमेरिका में सबसे सफल अप्रवासी समुदाय के रूप में स्वीकार किया।
 

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