एलन मस्क ने टेक्सास में स्पेसएक्स की स्टारबेस फैसिलिटी में भारतीय बिजनेस लीडर्स से मुलाकात की। / Photo indiaglobalforum.com
            
                      
               
             
            एलन मस्क ने टेक्सास में स्पेसएक्स की स्टारबेस फैसिलिटी में भारत के चुनिंदा व्यापारिक नेताओं के साथ एक बैठक की। इंडिया ग्लोबल फोरम (IGF) द्वारा आयोजित इस बैठक के दौरान अमेरिका और भारत के बीच मजबूत संबंधों पर जोर दिया गया। बैठक का आयोजन आईजीएफ के संस्थापक मनोज लाडवा के नेतृत्व में किया गया।
मस्क ने द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि चीजें सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रही हैं। मैं अमेरिका और भारत के बीच व्यापार बढ़ाने और बाधाओं को कम करने के पक्ष में हूं। उन्होंने भारत की समृद्ध विरासत का जिक्र करते हुए कहा कि भारत प्राचीन सभ्यताओं में से एक है और यह एक महान और जटिल सभ्यता है।
प्रतिनिधिमंडल में एस्सार कैपिटल के निदेशक प्रशांत रुइया, कोटक811 के सह-प्रमुख जय कोटक, ओयो के संस्थापक सीईओ रितेश अग्रवाल, फ्लिपकार्ट के सीईओ कल्याण रमन, आदित्य बिड़ला प्रबंधन निगम के निदेशक आर्यमन बिड़ला, अपैरल ग्रुप के चेयरमैन नीलेश वेद और लेखक अमीश त्रिपाठी शामिल थे। इन्होंने स्पेसएक्स फैसिलिटी का दौरा किया स्टारशिप फ्लाइट 7 की लॉन्चिंग के भी गवाह बने।
बैठक में फाइनेंस, रेगुलेशन, अंतरिक्ष व एआई जैसी महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों और भारत के बढ़ते वैश्विक प्रभाव आदि पर भी चर्चा हुई। मस्क ने स्पेसएक्स, टेस्ला और न्यूरालिंक पर अपडेट साझा किए और प्रौद्योगिकी की परिवर्तनकारी क्षमता को रेखांकित किया। मस्क ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता में प्रगति का जिक्र करते हुए कहा हमें पूरा विश्वास है कि जल्द ही ग्रोक 3 दुनिया में सबसे बेहतरीन एआई बनेगा।
आईजीएफ के संस्थापक मनोज लाडवा ने कहा कि यह इवेंट स्थायी और प्रौद्योगिकी संचालित भविष्य को आकार देने में भारत और ग्लोबल लीडर्स के बीच सहयोग के महत्व को रेखांकित करता है। अब जबकि दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोकतंत्र में ट्रम्प सरकार बनने जा रही है, इन चुनौतीपूर्ण मुद्दों पर सार्थक संवाद पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गया है।
उन्होंने कहा कि इंडिया ग्लोबल फोरम में हमारा मिशन मौजूदा दौर की चुनौतियों से निपटने के लिए ग्लोबल लीडर्स और इनोवेटर्स को एक साथ लाना है। जैसा कि मैं अक्सर कहता हूं कि लोकतंत्र तभी फलता-फूलता है, जब हम एक साथ उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए प्रयास करते हैं।
उन्होंने कहा कि यह समय आपसी सहयोग, साहसिक विचारों और साझा उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए सम्मिलित प्रयास करने का है। मेरा मानना है कि इस समय भारत के सामने असीम अवसर हैं और यह बैठक उसके साथ शक्तिशाली साझेदारी की शुरुआत है।
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