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NASA और ISRO का Axiom मिशन क्या है? भारतीय वायुसेना के कैप्टन शुभांशु शुक्ला होंगे स्पेसक्रॉफ्ट के पायलट

नासा और इसरो के इस बहुप्रतिक्षित मिशन Axiom Mission 4 के लिए भारतीय वायुसेना के कैप्टन शुभांशु शुक्ला को मिशन में पायलट चुना गया है।

नासा ने अपने अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ मिलकर Axiom Space के चौथे निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन (Axiom Mission 4 - Ax-4) के चालक दल को आधिकारिक रूप से मंजूरी दे दी है। इस बहुप्रतिक्षित मिशन में इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अंनुसंधान संगठन) के अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला को मिशन में पायलट चुना गया है। शुभांशु भारतीय वायुसेना के पायलट रह चुके हैं। वह आईएसएस (इंटनरेशनल स्पेस स्टेशन) की यात्रा करने वाले पहले भारतीय होंगे। यह मिशन वसंत 2025 में फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाएगा। इस मिशन को भारत की अंतरिक्ष खोज में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा रहा है।

Axiom मिशन 4 क्या है
Ax-4 मिशन के तहत चालक दल SpaceX के ड्रैगन अंतरिक्ष यान में सवार होकर अंतरिक्ष स्टेशन की ओर प्रस्थान करेगा। ISS पर डॉक करने के बाद अंतरिक्ष यात्री वहां 14 दिनों तक वैज्ञानिक अनुसंधान, जनसंपर्क और व्यावसायिक गतिविधियों में शामिल होंगे। इस मिशन में भारत के अलावा पोलैंड और हंगरी के पहले अंतरिक्ष यात्री भी शामिल होंगे, जो पहली बार ISS पर रहेंगे। यह मिशन NASA और ISRO के संयुक्त सहयोग के तहत संचालित किया जा रहा है।

मिशन की खासियत
Axiom Space ने 30 जनवरी को सुबह 9:00 बजे (CT) वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करने की घोषणा की है, जहां Ax-4 चालक दल अपनी ट्रेनिंग, मिशन उद्देश्यों और अनुभवों पर चर्चा करेगा। Ax-4 चालक दल में चार लोग शामिल हैं। जिसमें कमांडर पेगी व्हिटसन (यूएसए), पायलट शुभांशु शुक्ला (ISRO, भारत) और मिशन विशेषज्ञों में स्वावोस उज़नस्की-विश्निव्स्की (ESA/पोलैंड) तथा तिबोर कापु (हंगरी) शामिल हैं। मिशन के दौरान, चालक दल SpaceX के फाल्कन 9 रॉकेट के जरिए ISS तक पहुंचेगा और वहां 14 दिनों तक अनुसंधान, तकनीकी प्रदर्शन, शैक्षिक कार्यक्रम और मीडिया इवेंट आयोजित करेगा।

Axiom के पहले मिशनों पर एक नजर
Axiom मिशन के तहत इससे पहले तीन मिशन अंतरिक्ष में भेजे जा चुके हैं। पहला मिशन अप्रैल 2022 में भेजा गया था। यह 17 दिन तक ISS पर रहा। Axiom Mission 2 मई 2023 में पेगी व्हिटसन के नेतृत्व में 8 दिनों तक चला। Axiom Mission 3 जनवरी 2024 में आईएसएस भेजा गया। इसमें चालक दल 18 दिनों तक ISS पर रहे। Ax-4 मिशन इस श्रृंखला की चौथी कड़ी है, जिसमें भारत, पोलैंड और हंगरी के अंतरिक्ष यात्री पहली बार ISS पर जाएंगे।

भारत के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि
शुभांशु शुक्ला भारतीय वायु सेना (IAF) के एक प्रतिष्ठित पायलट हैं और इस मिशन में एक अंतरराष्ट्रीय दल के साथ शामिल हो रहे हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी 2024 में भारत के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन के लिए शुभांशु शुक्ला के चयन की आधिकारिक घोषणा की थी। गुरुवार को नासा ने उनके नाम पर मुहर लगा दी है। Ax-4 में शुभांशु की भागीदारी न केवल उनके करियर की एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि भारत की अंतरिक्ष खोज में भी एक नई ऊंचाई को दर्शाती है। इस मिशन के माध्यम से NASA, ESA और Axiom Space जैसी अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसियों के साथ भारत का सहयोग और मजबूत होगा, जिससे वैश्विक अंतरिक्ष अन्वेषण में नई तकनीकी प्रगति होगी।

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