एप्पल को कलपुर्जे सप्लाई करने वाली प्रमुख कंपनी फॉक्सकॉन क्या भारत में अपने प्लांट में कर्मचारियों की भर्ती में विवाहित महिलाओं से भेदभाव करती हैं? इस तरह के आरोपों पर सरकार की तरफ से जांच के आदेश दिए जाने के बाद कंपनी ने अपनी भर्ती प्रक्रिया का बचाव किया है।
जून में रॉयटर्स ने जांच के आधार पर दावा किया था कि फॉक्सकॉन ने भारत के अपने मेन आईफोन असेंबली प्लांट में विवाहित महिलाओं को नौकरियों से इस आधार पर बाहर रखा था कि उनके पास अविवाहित महिलाओं की तुलना में पारिवार की अधिक जिम्मेदारियां होती हैं।
फॉक्सकॉन के चेयरमैन यंग लियू ने शनिवार को अपनी भर्ती प्रथाओं का बचाव करते हुए कहा कि फॉक्सकॉन लिंग की परवाह किए कर्मचारियों को बिना काम पर रखती है और महिलाएं भी यहां हमारे वर्कफोर्स का एक बड़ा हिस्सा बनती हैं। लियू ने दक्षिण भारतीय राज्य तमिलनाडु में चेन्नई के पास अपने श्रमिकों के लिए एक हॉस्टल कैंपस के उद्घाटन के दौरान सवालों के जवाब में यह बात कही।
रॉयटर्स की जांच के बाद इस मसले पर अपनी पहली टिप्पणी में लियू ने कहा कि मैं जोर देकर यह बात कहना चाहता हूं कि हम यहां भारत में जो कुछ भी कर रहे हैं, उन प्रयासों में विवाहित महिलाएं बहुत योगदान देती हैं। राज्य सरकार के मुताबिक, यह हॉस्टल फॉक्सकॉन की 18,720 महिला कर्मचारियों के लिए खासतौर से बनाया गया है। ये बहुमंजिला हॉस्टल आईफोन प्लांट के करीब ही है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, फॉक्सकॉन ने 2022 में भर्ती प्रोसेस में कुछ खामियों को स्वीकार करते हुए कहा था कि वह मसलों को हल करने पर काम कर रही है, लेकिन उसने रोजगार में भेदभाव संबंधी आरोपों का सख्ती से खंडन किया था।
फॉक्सकॉन ने लेबर अधिकारियों को बताया कि उसके मेन भारतीय आईफोन प्लांटमें 41,281 कर्मचारी हैं, जिनमें 33,360 महिलाएं शामिल हैं। इन महिलाओं में से 2,750 यानी लगभग 8% विवाहित थीं। कंपनी ने आईफोन असेंबली जैसे विशिष्ट सेक्टर में स्टाफिंग के आंकड़े नहीं बताए, जहां रॉयटर्स के मुताबिक कथित तौर पर विवाहित महिलाओं से भेदभाव हो रहा था।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login