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ग्रीनलैंड विवाद: सेकेंड लेडी उषा वेंस की यात्रा फ्लॉप, व्हाइट हाउस की रणनीति हुई फेल

सेकेंड लेडी उषा वेंस को अपनी पहली बड़ी अकेली विदेश यात्रा स्थगित करना पड़ा। अब वह 28 मार्च को अपने पति उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस के साथ अमेरिका के एक दूर-दराज स्पेस बेस जा रही हैं।

अपने पति उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस के साथ उषा वेंस। फाइल फोटो / Reuters/ Jeenah Moon

अमेरिका की 'सॉफ्ट पावर' दिखाने के लिए उषा वेंस ग्रीनलैंड में ट्रेडिशनल डॉगस्लेड रेस देखने वाली थीं। लेकिन अचानक वह डेनमार्क के उस ऑटोनॉमस इलाके के बढ़ते तनावों के बीच में फंस गईं। अमेरिका की सेकेंड लेडी को अपनी पहली बड़ी अकेली विदेश यात्रा स्थगित करना पड़ा। अब वह 28 मार्च को अपने पति, उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस के साथ अमेरिका के एक दूर-दराज स्पेस बेस जा रही हैं।

सच कहें तो एक नई राजनीतिज्ञ के लिए डिप्लोमैटिक मुश्किलों से भरे इस माहौल में निकलना कभी आसान नहीं था। ये मुश्किलें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की जिद की वजह से पैदा हुई हैं। उनकी जिद है कि अमेरिका को ग्रीनलैंड चाहिए।

उषा वेंस को व्हाइट हाउस ने धीरे-धीरे लाइमलाइट में लाया है। पति के पदभार संभालने के बाद से वो ज्यादातर उनके साथ ही नजर आती रही हैं। लेकिन इस महीने की शुरुआत में 39 साल की उषा ने ट्यूरिन में 2025 स्पेशल ओलंपिक विंटर गेम्स में अमेरिकी राष्ट्रपति प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। लेकिन उनकी ग्रीनलैंड यात्रा की प्लानिंग बहुत बड़ी बात थी। 

पिछले हफ्ते एक खास तरह से बनाई गई वीडियो में उषा वेंस ने बताया कि वो नेशनल डॉगस्लेड रेस को लेकर खास तौर पर उत्साहित हैं। आगे कहा कि वह अपने बच्चों के साथ इसके बारे में सब कुछ पढ़ रही थीं।उन्होंने अमेरिका और ग्रीनलैंड के बीच 'आपसी सम्मान के लंबे इतिहास' का जिक्र किया। उम्मीद जताई कि आने वाले सालों में हमारे रिश्ते और मजबूत होंगे।

लेकिन इन पहले से लिखे गए बयानों के पीछे की राजनीति साफ दिख रही थी। ट्रम्प साफ-साफ कह चुके हैं कि ग्रीनलैंड अमेरिका का होना चाहिए, ये राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जरूरी है। अगर व्हाइट हाउस उषा वेंस के जरिए ट्रम्प के संदेश को नरम करने की कोशिश कर रहा था, तो वो नाकाम रहा। ग्रीनलैंड और डेनमार्क दोनों के राजनेताओं ने उनकी यात्रा की योजना को 'ना-मंजूर दबाव' बताते हुए निंदा की। 

उषा वेंस के ग्रीनलैंड के दूसरे सबसे बड़े शहर सिसिमुत के दौरे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की भी योजना बनाई गई थी। इससे पहले 15 मार्च को राजधानी नूक में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के बाहर भी अमेरिका विरोधी प्रदर्शन हुआ था। ग्रीनलैंड के प्रधानमंत्री म्यूट एगेडे ने 23 मार्च को एक अखबार के इंटरव्यू में कहा, 'ये किसी राजनेता की पत्नी का हल्का-फुल्का दौरा नहीं रह गया है।'

व्हाइट हाउस ने एक साथ पीछे हटने और आगे बढ़ने की रणनीति अपनाई। 25 मार्च को अपने एक वीडियो में जे.डी. वेंस ने कहा, 'मैंने सोचा कि मैं नहीं चाहता कि वो सारा मजा अकेले उठाएं।' घोषणा की कि वो भी ग्रीनलैंड जाएंगे। लेकिन व्हाइट हाउस की एक प्रेस रिलीज ने चुपचाप घोषणा की कि उनकी संयुक्त यात्रा को काफी कम कर दिया गया है। डॉगस्लेड रेस और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को हटाकर सिर्फ दूर-दराज पिटुफिक स्पेस बेस की यात्रा ही रह गई है।

डेनमार्क और ग्रीनलैंड दोनों ने इसे तनाव कम करने का कदम बताया। वैसे, वेंस के दौरे पर ट्रम्प ने खुद खुलकर कुछ नहीं कहा, हालांकि उन्होंने ग्रीनलैंड को लेकर अपनी धमकियां जारी रखीं। 26 मार्च को जब उनसे पूछा गया कि योजनाएं क्यों बदली गईं, तो उन्होंने बस इतना ही कहा, 'उषा बहुत अच्छी हैं।' 

फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रम्प की लाइमलाइट से लगभग पूरी तरह से दूरी ने एक खाली जगह छोड़ दी है जिसे व्हाइट हाउस को भरना है। महत्वाकांक्षी जे.डी. वेंस भी प्रशासन में अपनी छवि निखारना चाहते हैं, लेकिन उनकी कभी-कभी रूखी शैली के लिए उषा एक संतुलन प्रदान करती हैं। 

उषा भारतीय प्रवासियों की संतान हैं। वह सैन डिएगो में पली-बढ़ी हैं। जबकि जे.डी. खुद को 'हिलबिली' कहते हैं। दोनों ने बताया है कि वे एक-दूसरे के कितने सहयोगी हैं। वेंस ने 2020 के एक इंटरव्यू में कहा था, 'उषा मुझे थोड़ा जमीन पर लाती हैं।'

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