माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन और सीईओ सत्य नडेला को टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के क्षेत्र में उनके विशिष्ट योगदान के लिए TiE Silicon Valley द्वारा लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें TiEcon 2025 सम्मेलन के दौरान TiE Silicon Valley की अध्यक्ष अनीता मनवानी ने प्रदान किया।
इस मौके पर नडेला ने Mayfield Fund के मैनेजिंग पार्टनर नवीन चड्ढा के साथ एक 'फायर्साइड चैट' में हिस्सा लिया, जहां उन्होंने नेतृत्व, संस्था की प्रासंगिकता और तकनीक के बदलते स्वरूप पर अपने विचार साझा किए। नडेला ने कहा कि किसी भी संस्था के लिए दीर्घायु होना नहीं, बल्कि प्रासंगिक बने रहना ज्यादा ज़रूरी है। उन्होंने कहा, "माइक्रोसॉफ्ट 50 वर्षों से है, लेकिन असली सवाल है — क्या हम 51वें साल में भी दुनिया के लिए उतने ही प्रासंगिक हैं?"
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उन्होंने संस्थागत प्रासंगिकता बनाए रखने के लिए तीन प्रमुख स्तंभ बताए —
नया विचार (Concept)
नई क्षमताएं (Capabilities)
नवाचार समर्थित संस्कृति (Culture)
नडेला ने जोर देकर कहा कि चाहे कोई संस्थापक हो, इंजीनियर हो या निवेशक — संस्कृति की भूमिका सबसे अहम है। उन्होंने सहानुभूति (Empathy) को इनोवेशन के लिए एक महत्वपूर्ण ‘सॉफ्ट स्किल’ बताया और कहा कि ग्राहक की अनकही जरूरतों को समझने में सहानुभूति बेहद जरूरी है।
तेजी से बदलती तकनीक के युग में अनुकूलन को लेकर उन्होंने कहा, “हमें नई तकनीकों से डरना नहीं चाहिए, बल्कि उन्हें अपनाकर अपने काम को और प्रभावी बनाना चाहिए।”
माइक्रोसॉफ्ट की भूमिका पर बोलते हुए नडेला ने कहा कि कंपनी एक प्लेटफॉर्म और पार्टनर कंपनी है, जो डेवलपर्स को आधुनिक टूल्स जैसे GitHub Copilot, Foundry और डेटा सेवाओं के ज़रिए सपोर्ट करती है। TiEcon 2025 सम्मेलन में सत्य नडेला की यह उपस्थिति, उनके दूरदर्शी नेतृत्व और तकनीकी नवाचारों में योगदान को लेकर एक ऐतिहासिक पल के रूप में दर्ज की गई।
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