बीते बुधवार हयात रीजेंसी कैपिटल हिल में रिपब्लिकन हिंदू गठबंधन (RHC) ने अपने आधिकारिक उद्घाटन और दिवाली के जश्न के लिए कांग्रेसनल हिंदू कॉकस की मेजबानी की। अमेरिका के 600 से अधिक हिंदू-अमेरिकी नेताओं के सामने RHC अध्यक्ष और कॉकस नीति सलाहकार शलभ 'शाली' कुमार ने कॉकस की सह-अध्यक्ष एलिस स्टेफनिक और पीट सेशंस तथा कांग्रेस के 16 अन्य सदस्यों की मेजबान की।
एलिस स्टेफनिक और शलभ 'शाली' कुमार ने किया समारोह का पारंपरिक शुभारंभ। Image : NIA
पहली बार अमेरिकी कांग्रेस के बड़ी संख्या में सदस्य हिंदू और भारतीय अमेरिकियों, अमेरिका और भारत के द्विपक्षीय संबंधों के लिए महत्वपूर्ण विधायी उद्देश्यों को आगे बढ़ाने तथा हिंदू-अमेरिकी समुदाय और अमेरिकी नीति निर्माताओं के बीच एक पुल के रूप में काम करने के लिए मिलते रहेंगे।
कॉकस दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र और दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र के बीच एक प्रभावशाली माध्यम के रूप में काम करेगा। इस अवसर पर हाउस रिपब्लिकन कॉन्फ्रेंस चेयर एलिस स्टेफनिक ने कहा कि यूनाइटेड स्टेट्स कांग्रेस में कांग्रेसनल हिंदू कॉकस की आधिकारिक शुरुआत की घोषणा करते हुए बहुत उत्साहित हूं।
कॉकस नीति सलाहकार शलभ 'शाली' कुमार ने कहा कि यह अमेरिकी कांग्रेस के सबसे बड़े कॉकस में से एक होगा जो हिंदू-अमेरिकी समुदाय के लिए महत्वपूर्ण कानून बनाने और प्रस्ताव पारित करने में सक्रिय रूप से शामिल होगा। अमेरिका और भारत के बीच स्थायी संबंधों पर प्रकाश डालते हुए इस कार्यक्रम ने लगभग सात दशकों में राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों में बहुमुखी विकास को रेखांकित किया गया। बताया गया कि विभिन्न क्षेत्रों में 60 लाख से अधिक हिंदू-अमेरिकियों और 45 लाख भारतीय-अमेरिकियों के महत्वपूर्ण योगदान ने अमेरिकी समाज को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
कुमार ने हिंदू-अमेरिकी समुदाय की प्रभावशाली शैक्षिक और व्यावसायिक उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि 75 प्रतिशत से अधिक के पास स्नातक की डिग्री है, 55 प्रतिशत से अधिक के पास मास्टर्स है और आठ चिकित्सा पेशेवरों में से एक हिंदू है तथा दस में से एक के पास किसी प्रकार का व्यावसायिक उद्यम है। मानव प्रयास का ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जहां हिंदू निकट या शीर्ष पर नहीं हैं।
कुमार ने रेखांकित किया कि सामान्य लागत के दसवें हिस्से में चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर भारत की हालिया लैंडिंग हिंदुओं और सनातन धर्म के बारे में बहुत कुछ कहती है। कार्यक्रम के दौरान हिंदू-अमेरिकियों के बीच नवाचार और सफलता की बढ़ती भावना पर जोर दिया गया। कहा गया कि इस समुदाय का प्रतिनिधित्व इस समय उच्चतम स्तर पर है और अब अमेरिकी राजनीति में समुदाय की आवाज है।
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