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भारतीय मूल के शोधकर्ताओं ने ऐसा बेंडेज बनाया है जो पुराने घावों को तेजी से करता है ठीक

नॉर्थ कैरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी के पोस्टडॉक्टरल शोधकर्ता राजाराम कावेती और सहायक प्रोफेसर अमय जे. बंडोडकर ने मिलकर इस तकनीक का विकास किया है। बेंडेज का डिजाइन सस्ती और सुलभ उपचार में मदद करता है। मरीज आराम से घर पर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

राजाराम ने नॉर्थ कैरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की है। / Columbia Engineering

नॉर्थ कैरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी और कोलंबिया इंजीनियरिंग के शोधकर्ताओं ने एक अभिनव बेंडेज विकसित किया है जो पुराने घावों के तेजी से उपचार को बढ़ावा देने के लिए इलेक्ट्रिक फील्ड का उपयोग करता है। साइंस एडवांसेज में इसे प्रकाशित किया गया है। अध्ययन से पता चला है कि जब इसका जानवरों पर प्रयोग किया गया तो बेंडेज ने पारंपरिक तरीकों की तुलना में 30 प्रतिशत तेजी के साथ इलाज किया।

नॉर्थ कैरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी के पोस्टडॉक्टरल शोधकर्ता राजाराम कावेती और सहायक प्रोफेसर अमय जे. बंडोडकर ने मिलकर इस तकनीक का विकास किया है। बेंडेज का डिजाइन सस्ती और सुलभ उपचार में मदद करता है। मरीज आराम से घर पर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

राजाराम ने नॉर्थ कैरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की है। इससे पहले उन्होंने कोन्गजू नेशनल यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की है। उन्होंने बेंडेज की तेजी से रिकवरी को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक इलेक्ट्रिक स्टिमुलेशन प्रदान करने की क्षमता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य एक ऐसा बेंडेज बनाना था जो उपचार में तेजी लाए और रोगियों के लिए कहीं भी सुलभ हो।

बंडोडकर ने बेंडेज की व्यावहारिकता पर जोर दिया। यह पानी की एक बूंद से सक्रिय होती है और रोगियों को क्लिनिक गए बिना दैनिक गतिविधियों को जारी रखने की अनुमति देती है। बंडोडकर ने कहा, हम एक बहुत कम महंगी तकनीक विकसित करना चाहते थे जिसका उपयोग मरीज आसानी से घर पर कर सकें।

इस अध्ययन को डिफेंस एडवांस्ड रिसर्च प्रोजेक्ट्स एजेंसी और नेशनल साइंस फाउंडेशन का समर्थन प्राप्त हुआ। सहयोगियों में कोलंबिया इंजीनियरिंग और बेथ इसराइल डिकननेस मेडिकल सेंटर के विशेषज्ञ शामिल हैं।

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