हिंदू यहूदी कांग्रेस ने वैश्विक शांति को प्रमुखता देते हुए अब्राहम समझौते का समर्थन का ऐलान किया है। संगठन ने पत्र जारी कर कहा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रम्प की हालिया इजराइल यात्रा के बाद, AHJC के अध्यक्ष आर्थर कपूर ने आर्थिक और सांस्कृतिक सहयोग के लिए अगले कदमों पर चर्चा करने के लिए अब्राहम समझौते समृद्धि समूह के प्रमुख नेताओं से मुलाकात की।
अमेरिकी हिंदू यहूदी कांग्रेस ने धार्मिक सहिष्णुता को बढ़ावा देने के लिए हिंदू यहूदी कांग्रेस को अहम बताया। अमेरिकी संगठन की ओर से जारी एक पत्र में कहा गया, "हमें अमेरिकी हिंदू यहूदी कांग्रेस (AHJC) की ओर से हाल ही में जारी एक प्रेस विज्ञप्ति साझा करते हुए खुशी हो रही है, जिसमें अब्राहम समझौते के लिए हमारे मजबूत समर्थन और मध्य पूर्व में शांति और धार्मिक सहिष्णुता को आगे बढ़ाने के उनके दृष्टिकोण के बारे में बताया गया है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रम्प की इस क्षेत्र की हालिया यात्रा के बाद, AHJC के अध्यक्ष आर्थर कपूर ने आर्थिक और सांस्कृतिक सहयोग के लिए अगले कदमों पर चर्चा करने के लिए अब्राहम समझौते समृद्धि समूह के प्रमुख नेताओं से मुलाकात की।
हिंदू यहूदी कांग्रेस के समन्वयक चेरिल ने एक पत्र जारी किया गया है। जिसमें लिखा गया, " हमें अमेरिकन हिंदू यहूदी कांग्रेस (AHJC) की ओर से हाल ही में जारी प्रेस विज्ञप्ति को साझा करते हुए खुशी हो रही है, जिसमें अब्राहम समझौते के लिए हमारे मजबूत समर्थन और मध्य पूर्व में शांति और धार्मिक सहिष्णुता को बढ़ावा देने के उनके दृष्टिकोण के बारे में बताया गया है।
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पत्र में आगे लिखा गया, "राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रम्प की इस क्षेत्र (इजरायल) की हालिया यात्रा के बाद, AHJC के अध्यक्ष आर्थर कपूर ने आर्थिक और सांस्कृतिक सहयोग के लिए अगले कदमों पर चर्चा करने के लिए अब्राहम समझौते समृद्धि समूह के प्रमुख नेताओं से मुलाकात की। वैश्विक शांति के लिए हिंदू यहूदी कांग्रेस ने अब्राहम समझौते को समर्थन देना अहम है।"
हिंदू यहूदी कांग्रेस ने निर्णय पर फीडबैक भी मांगा और पत्र में कहा गया कि अगर कोई प्रश्न हैं या इस पर कोई चर्चा करना चाहते हैं, तो हिंदू यहूदी कांग्रेस से संपर्क कर सकते हैं।
क्या है अब्राहम समझौता?
23 अक्टूबर, 2020 को हिंदू यहूदी समुदाय के बीच एक अहम समझौता हुआ, जो पैगंबर अब्राहम में यहूदी धर्म और इस्लाम की आम मान्यता को उजागर करने के लिए किया गया। इस समझौते को "अब्राहम समझौता" नाम दिया गया था। इसके तहत इजराइल और सूडान के बीच संबंधों को सामान्य करने पर सहमति बनी थी। हलांकि यह समझौता अब तक प्रमाणित नहीं हो पाया है। इस बीच अमेरिकी हिंदू यहूदी कांग्रेस ने अब्राहम समझौते को समर्थन दिया है।
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