भीषण गर्मी के बीच न्यूयॉर्क के डेमोक्रेटिक मतदाता सोमवार को शहर के अगली मेयर की पसंद तय करने के लिए मतदान कर रहे हैं — एक ऐसा चेहरा जो न सिर्फ महंगाई से राहत दिला सके, बल्कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों का विरोध भी मजबूती से कर सके।
लगभग एक दर्जन उम्मीदवारों की भीड़ में असली मुकाबला पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो (67) और राज्य विधानसभा सदस्य जोहरान ममदानी (33) के बीच दिखाई दे रहा है। जहां कुओमो एक अनुभवी लेकिन विवादित चेहरा हैं, वहीं ममदानी प्रगतिशील, मुस्लिम और युवा नेता के तौर पर उभरे हैं — जो एक राजनीतिक चमत्कार की तरह इस दौड़ में तेजी से आगे बढ़े हैं।
कुओमो की वापसी बनाम ममदानी की नई लहर
एंड्रयू कुओमो — जिनके पिता भी न्यूयॉर्क के गवर्नर रह चुके हैं — पर 2021 में 11 महिलाओं ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे, जिसके बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। उनके भाई क्रिस कुओमो, CNN के एंकर और सलाहकार, को भी इस्तीफा देना पड़ा था।
अब चार साल बाद, मार्च 2025 में कुओमो ने मेयर की रेस में उतरकर राजनीतिक वापसी की कोशिश शुरू की और उन्हें क्लिंटन, माइकल ब्लूमबर्ग जैसे दिग्गजों का समर्थन भी मिला।
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दूसरी ओर, जोहरान ममदानी, जो न्यूयॉर्क के क्वींस जिले का प्रतिनिधित्व करते हैं, बर्नी सैंडर्स और एलेक्जेंड्रिया ओकासियो-कोर्टेज़ जैसे वामपंथी चेहरों के समर्थन से तेजी से आगे आए हैं। उनकी अभियान रणनीति खासकर युवा मतदाताओं और सोशल मीडिया के जरिए काफी असरदार साबित हुई है। उन्होंने वादा किया है कि अगर चुने गए, तो वे फ्री बस सेवा, डे-केयर सेंटर और किराए पर फ्रीज़ जैसी योजनाएं लागू करेंगे — एक ऐसे शहर में जहां तीन-बेडरूम फ्लैट का किराया $6,000 प्रति माह तक है।
अनुभव बनाम उम्मीद
कुछ मतदाताओं को ममदानी की ऊर्जा और जुनून प्रभावित कर रही है, तो कुछ को अनुभव की कमी डराती है। “मुझे युवा पसंद हैं,” न्यूयॉर्क निवासी शेरिल स्टीन कहती हैं, “लेकिन देश के सबसे बड़े शहर को चलाने के लिए अनुभव ज़रूरी है। ममदानी का रिकॉर्ड देखकर डर लगता है।” इसी के जवाब में कुओमो ने आखिरी समय की रैली में कहा, “यह काम किसी नौसीखिए का नहीं है। यह ऐसा पद है जहाँ पहले दिन से काम शुरू करना होता है — क्योंकि आपकी ज़िंदगी दांव पर है।”
गौरतलब है कि न्यूयॉर्क में 80 लाख की आबादी है, जहां हर चार में से एक व्यक्ति गरीबी रेखा से नीचे है, जबकि यह दुनिया में करोड़पतियों की सबसे बड़ी आबादी वाला शहर भी है। अभियान ऐसे वक्त में हो रहा है जब डेमोक्रेट ट्रंप के बजट कटौती और अप्रवासियों पर कार्रवाई को लेकर गुस्से में हैं।
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