व्यापार प्रतिनिधि जेमीसन ग्रीर ने 3 अगस्त को प्रसारित अपनी टिप्पणी में कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प द्वारा पिछले सप्ताह कई देशों पर लगाए गए शुल्क जारी वार्ता के तहत कम किए जाने के बजाय यथावत बने रहने की संभावना है।
राष्ट्रपति के एक कार्यकारी आदेश के अनुसार 1 अगस्त की समय सीमा से पहले ट्रम्प ने कनाडा से आने वाले कई सामान पर 35 प्रतिशत, ब्राज़ील पर 50 प्रतिशत, भारत पर 25 प्रतिशत, ताइवान पर 20 प्रतिशत और स्विट्ज़रलैंड पर 39 प्रतिशत शुल्क सहित कई दरें तय कीं।
ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद से व्यापार वार्ताओं में व्हाइट हाउस ने शुरू में घोषित दरों से कुछ दरें कम की हैं। इनमें यूरोपीय संघ के साथ एक समझौते के तहत पिछले सप्ताह तय किए गए आयात शुल्क को आधा करना भी शामिल है।
1 अगस्त को रिकॉर्ड की गई और रविवार को सीबीएस के फेस द नेशन द्वारा प्रसारित की गई अपनी टिप्पणी में ग्रीर ने कहा कि शुल्कों के हालिया दौर में ऐसा नहीं होगा।
ग्रीर ने कहा कि इनमें से कई दरें समझौतों के अनुसार तय की जाती हैं। इनमें से कुछ सौदों की घोषणा की जाती है, कुछ की नहीं और कुछ उस देश के साथ हमारे व्यापार घाटे या अधिशेष के स्तर पर निर्भर करती हैं। ये टैरिफ दरें लगभग तय हैं।
ग्रीर ने यह भी कहा कि बीजिंग के साथ हालिया व्यापार वार्ता 'काफी सकारात्मक' रही है और दुर्लभ मृदा चुम्बकों और खनिजों की आपूर्ति पर केंद्रित रही है।
ग्रीर के मुताबिक हम यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं कि चीन से संयुक्त राज्य अमेरिका और आस-पास की आपूर्ति श्रृंखला में चुम्बकों का प्रवाह पहले की तरह ही निर्बाध रूप से हो सके। ...और मैं कहूंगा कि हम लगभग आधे रास्ते पर हैं।
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