हिन्दू कम्युनिटी ऑफ कार्मेल, इंडियाना के हिंदू समुदाय ने कार्मेल क्रिश्चियन चर्च में इकट्ठे होकर अमेरिका द्वारा नामित आतंकवादी ग्रुप, 'लश्कर-ए-तैयबा' की पाकिस्तान स्थित शाखा द्वारा किए गए एक और हमले के पीड़ितों के परिवारों के लिए अपनी पीड़ा व्यक्त की। बता दें, 22 अप्रैल, 2025 को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के फेमस टूरिस्ट डेस्टिनेशन पहलगाम के पास बैसरन घाटी में एक दुखद आतंकवादी हमला हुआ। जिसमें आतंकवादियों 26 निर्दोष नागरिकों पर गोली से मार दिया। इसी के साथ हादसे मे कई दर्जन लोग घायल हो गए। आतंकवादियों ने अपने नरसंहार में हिंदुओं को निशाना बनाया।
बता दें, एकजुटता दिखाते हुए, निर्वाचित अधिकारियों, अन्य धर्मगुरुओं ने हिंदू पुजारी श्री प्रशांत जांडा के साथ मोमबत्तियां जलाकर दिवंगत आत्माओं के लिए वैदिक मंत्रोच्चार किया। इस कार्यक्रम में 350 से अधिक लोग उपस्थित थे।
कार्मेल शहर की मेयर सू फिंकम ने कहा - 'मैंने बार-बार आपकी सौम्यता, आपकी उदारता और शांति में आपकी गहरी आस्था का अनुभव किया है। चाहे दिवाली का जश्न हो, कोई व्यापारिक लंच हो या पड़ोस की कोई सभा, आप जिस भी जगह को छूते हैं, वहां दयालुता और रोशनी भर देते हैं।' उन्होंने समुदाय से खुलकर बोलने का आग्रह किया। 'नफरत के सामने चुप रहने से उसे जड़ जमाने का मौका मिलता है। खुलकर बोलने से ही हम शांति की रक्षा कर सकते हैं।'
डॉ. अनीता जोशी, कार्मेल सिटी काउंसिलर, राज्य प्रतिनिधि, डैनी लोपेज़, हैमिल्टन काउंटी डिप्टी शेरिफ, जॉन लोवेस और मोनिका कोज़लोव्स्की, टॉड यंग के कार्यालय से क्षेत्रीय निदेशक ने इस अवसर पर बात की और आतंकवाद के खिलाफ आवाज उठाई। इंडियाना राज्य कोषाध्यक्ष डैनियल इलियट ने इस अवसर पर बात की और सोशल मीडिया पर कहा, "चाहे वह भारत, इजराइल या अमेरिका में हो, हमें याद दिलाया जाता है कि कहीं भी स्वतंत्र लोगों पर हमला हुआ है, तो वह हर जगह स्वतंत्र लोगों पर हमला माना जाएगा"
यहूदी संगठनों के नेता बेथ शालोम मण्डली के रब्बी जस्टिन केर्बर, यहूदी सामुदायिक संबंध परिषद के कार्यकारी निदेशक डेविड स्कलर, यहूदी सामुदायिक केंद्र के सीईओ सैम डबरिन्स्की और इंडियाना के हिंदू-यहूदी एसोसिएशन के डेविड शिलर - उपस्थित थे और उन्होंने भी हिंदू भाइयों के साथ अपनी एकता व्यक्त की।
अन्य धार्मिक नेताओं - इंडियाना बौद्ध केंद्र के गेशे खेचोक और अंतरधार्मिक सहयोग केंद्र के कार्यकारी निदेशक रेव एरिन हौगलैंड ने पीड़ितों की पीड़ा के लिए अपना दर्द व्यक्त किया।
वहीं प्रमुख हिंदू और हिंदी सांस्कृतिक संगठनों के धार्मिक नेताओं और प्रतिनिधियों ने अपनी एकजुटता व्यक्त की और पीड़ितों के लिए न्याय की मांग की। इनमें हिंदू मंदिर सेंट्रल इंडियाना (HTCI) के बोर्ड अध्यक्ष मोहन सारदा, HTCI के अध्यक्ष रवि दिनकर, BAPS के मार्मिक भामभट्ट, आर्ट ऑफ लिविंग के शालीन देसाई, हिंदू के दर्शन सोनी शामिल थे।
स्वयंसेवक संघ; अंतर्राष्ट्रीय हिंदी संघ-इंडियाना के आदित्य कुमार शाही; और हिंदी भाषी सांस्कृतिक संघ (एचबीसीए) की डॉ. मीनू गोयल। मोहन राजदान, एक कश्मीरी हिंदू, जिसका परिवार 350,000 कश्मीरी हिंदुओं के साथ अपने ही देश में शरणार्थी है, ने आतंकवादी समूहों की सांठगांठ और पाकिस्तान से उन्हें मिलने वाले समर्थन के बारे में संक्षेप में बात की।
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