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सलमान रुश्दी पर हमला करने वाले को अदालत सुनाएगी सजा

उपन्यासकार सलमान रुश्दी पर वर्ष 2022 में चाकू से हमला हुआ था। ये हमला उस वक्त किया गया जब रूश्दी  न्यूयॉर्क के एक सांस्कृतिक केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे थे। मामले में दोषी पाए गए अमेरिकी-लेबनानी शख्स हादी मतार को अब शुक्रवार (16 मई, 2025) को सजा सुनाई जा रही है। 

सलमान रुश्दी / Facebook/Salman Rushdie

अमेरिका मूल के लेबनानी शख्स  27 वर्षीय हादी मतार को उपन्यासकार सलमान रुश्दी (Salman Rushdie) पर हमला मामले में दोषी पाया गया है। मामले में दोष सिद्ध होने के बाद मतार को शुक्रवार (16 मई 2025) को सजा सुनाई जा रही है। अमेरिकी कानून के मुताबिक, हादी मतार को 25 साल तक की जेल हो सकती है। 

उपन्यासकार सलमान रुश्दी पर वर्ष 2022 में चाकू से हमला हुआ था। ये हमला उस वक्त किया गया जब रूश्दी  न्यूयॉर्क के एक सांस्कृतिक केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे थे। मामले में दोषी पाए गए अमेरिकी-लेबनानी शख्स हादी मतार को अब शुक्रवार (16 मई, 2025) को सजा सुनाई जा रही है। 

मुकदमे के दौरान, रुश्दी ने जूरी सदस्यों को बताया कि मतार ने एक शानदार सांस्कृतिक केंद्र में एक कार्यक्रम के दौरान उन पर चाकू से हमला कर उन्हें घायल कर दिया था। अदालत को मामले के सुनवाई के दौरान रुश्दी ने कहा, "मेरी आंख में चाकू से वार किया गया था, वो बहुत दर्दनाक था, मैं खून से लथपथ दर्द के कारण चिल्ला रहा था।"

बता दें कि उपन्यासकार सलमान रुश्दी पर हमले के दौरान हादी मतार ने फिलिस्तीन के समर्थन में नारे लगाए, और रुश्दी पर छह इंच के ब्लेड से करीब 10 बार वार किया।

हादी ने एक बयान में कहा कि उसने रुश्दी की "द सैटेनिक वर्सेज" के केवल दो पृष्ठ पढ़े हैं, लेकिन उसका मानना ​​है कि लेखक ने "इस्लाम पर हमला किया है।"

बाद में मामले की सुनवाई के दौरान मतार की कानूनी टीम ने गवाहों को यह बताने से रोकने की कोशिश की थी कि उपन्यास में कथित ईशनिंदा के लिए ईरान द्वारा 1989 में जारी किए गए फतवे के बाद रुश्दी उत्पीड़न का शिकार थे। ईरान ने हमलावर से किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया है और कहा है कि इस घटना के लिए केवल रुश्दी ही जिम्मेदार हैं।

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