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भारत-चीन के रिश्तों पर जमी बर्फ पिघली, सीमा विवाद के 'समाधान' पर बनी बात

2020 में लद्दाख सीमा पर खूनी झड़प में कम-से-कम 20 भारतीय सैनिक और चार चीनी सैनिक मारे गए थे। उसके बाद से दोनों देशों के रिश्तों में और खटास आ गई है।

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने नियमित ब्रीफिंग में समाधान की पुष्टि की। / X @ChinaDaily

भारत और चीन लद्दाख में अपने सीमा विवाद को लेकर एक समाधान पर पहुंच गए हैं। भारत के बाद चीन सरकार ने भी इसकी पुष्टि की है। इससे दोनों देशों के बीच तनाव कम होने की उम्मीद जगी है।

भारत सरकार ने बताया कि सीमा पर सैन्य गश्त के लिए चीन उसके साथ एक समझौता करने को तैयार है। इसके बाद चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने नियमित ब्रीफिंग में कहा कि हाल ही में चीन और भारत ने सीमा से संबंधित मुद्दों पर राजनयिक एवं सैन्य चैनलों के माध्यम से निकट संचार बनाए रखा है। फिलहाल दोनों पक्ष संबंधित मुद्दों पर एक प्रस्ताव पर पहुंच गए हैं। 

लिन ने कहा कि बीजिंग ने इस समझौते को अपनी सकारात्मक मंजूरी दे दी है। अगले चरण में हम उस प्रस्ताव को उचित तरीके से लागू करने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करेंगे।

हालांकि लिन ने यह नहीं बताया कि इस समझौते की वजह से रूस में होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में चीनी नेता शी चिनफिंग और भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी के बीच आधिकारिक बैठक का मार्ग प्रशस्त हुआ या नहीं।

गौरतलब है कि सीमा विवाद की वजह से चीन और भारत के संबंधों में काफी खटास आ चुकी है। दुनिया के दो सबसे अधिक आबादी वाले देश एक-दूसरे पर अपने-अपने इलाकों पर जबरन कब्जे का आरोप लगाते रहे हैं। 

2020 में लद्दाख सीमा पर खूनी झड़प हुई थी। इसमें कम-से-कम 20 भारतीय सैनिक और चार चीनी सैनिक मारे गए थे। इसके बाद दोनों पक्षों ने हज़ारों सैनिकों को सीमा पर तैनात कर रखा है। भारत का कहना है कि चीन जब तक उसके इलाके से कब्जा नहीं हटाता, वह अपने संबंध सामान्य नहीं करेगा।

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