सांकेतिक तस्वीर / AI generated
ऑस्ट्रेलिया ने भारत जैसे देशों के योग्य उम्मीदवारों को आकर्षित करने के लिए नेशनल इनोवेशन वीजा (NIV) शुरू किया है। इस वीजा के आधार पर ऑस्ट्रेलिया दुनिया भर के उच्च-प्रतिभाशाली पेशेवरों को सीधी स्थायी नागरिकता (PR) देगी। कहा जा रहा है कि इससे खास तौर पर भारत को अधिक लाभ होगा जहां बड़ी संख्या में ग्लोबल-स्तर का टैलेंट मौजूद है।
दिसंबर 2024 में लागू हुआ यह वीजा अब पुराने ग्लोबल टैलेंट वीजा की जगह लेता है। सरकार का उद्देश्य ऐसे प्रवासियों को लाना है जो देश में नौकरियां पैदा कर सकें, नवाचार बढ़ा सकें और प्रमुख उद्योगों में उत्पादकता तेज कर सकें।
ऑस्ट्रेलिया का कहना है कि यह वीजा उन स्थापित और उभरते नेताओं के लिए है जो अपने क्षेत्र में उच्च स्तर की क्षमता साबित कर चुके हैं और भविष्य में देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ा सकते हैं।
इस वीजा के तहत सफल आवेदकों को आगमन के समय ही स्थायी निवास, सार्वजनिक स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाएं, और आगे चलकर नागरिकता का आसान रास्ता मिल जाता है। इस वीजा में परिवार के सदस्य भी साथ शामिल हो सकते हैं और इसके लिए किसी नियोक्ता की स्पॉन्सरशिप या पहले से तय नौकरी की जरूरत नहीं होती।
वीजा कई तरह के पेशेवरों के लिए खुला है। इनमें शोधकर्ता, उद्यमी, निवेशक, खिलाड़ी और क्रिएटिव कलाकार भी हो सकते हैं। यह वीजा पात्रता प्वाइंट्स पर नहीं बल्कि उपलब्धियों के प्रमाण पर आधारित है। उम्मीदवारों को एक Expression of Interest जमा करना होता है, अपनी उपलब्धियां दिखानी होती हैं, ऑस्ट्रेलिया के एक राष्ट्रीय स्तर के नॉमिनेटर को हासिल करना होता है और मेरिट पर आधारित आकलन पास करना पड़ता है।
चूंकि यह कार्यक्रम invite-only है, इसलिए उम्मीदवार सीधे आवेदन नहीं कर सकते। पहले चयनित किए जाने पर ही आगे की प्रक्रिया होती है। ऑस्ट्रेलिया का मानना है कि इस वीजा से दुनिया की श्रेष्ठ प्रतिभाएं देश में आएंगी और भविष्य के उद्योगों में तेजी से विकास होगा और भारतीय प्रतिभाएं इसका बड़ा हिस्सा होंगी।
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