अहमदाबाद को 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स का होस्ट घोषित किए जाने के कुछ ही पल बाद, 20 गरबा डांसर और 30 भारतीय ढोल बजाने वाले जनरल असेंबली हॉल में घुस आए। / commonwealthsport.com
भारत ने खेल जगत में बड़ा इतिहास रच दिया है। गुजरात की राजधानी अहमदाबाद को 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी मिली है। खास बात यह है कि यह आयोजन ठीक 100 साल बाद होने जा रहा है जब पहली बार 1930 में कनाडा के हैमिल्टन शहर में कॉमनवेल्थ गेम्स आयोजित हुए थे।
यह फैसला स्कॉटलैंड के ग्लासगो में हुई कॉमनवेल्थ स्पोर्ट जनरल असेंबली में लिया गया। अहमदाबाद का नाम कार्यकारी बोर्ड की सिफारिश के बाद सर्वसम्मति से मंजूर किया गया। अहमदाबाद नाइजीरिया की राजधानी अबुजा को पीछे छोड़ते हुए इस दौड़ में आगे निकला।
भारत के लिए गौरव का पल
कॉमनवेल्थ गेम्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की अध्यक्ष और पूर्व ओलंपियन डॉ. पीटी उषा ने कहा कि हमारे लिए यह बहुत गर्व की बात है। 2030 के खेल न सिर्फ 100 साल की परंपरा का जश्न मनाएंगे बल्कि अगले 100 साल की नींव भी रखेंगे। यह खेल दोस्ती, संस्कृति और प्रगति की भावना को दुनिया के सामने पेश करेंगे।
गूह राज्य गुजरात की इस उपलब्धि को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वे इस फैसले से बेहद खुश हैं और भारत पूरी दुनिया का स्वागत करने को तैयार है।
क्यों खास है अहमदाबाद?
अहमदाबाद में दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम नरेंद्र मोदी स्टेडियम है जिसकी क्षमता लगभग 1,30,000 दर्शकों की है। यह शहर गुजरात के तेजी से बढ़ते विकास, आधुनिक खेल ढांचे और अंतरराष्ट्रीय स्तर की तैयारियों के कारण चुना गया।
भारत की नजर ओलंपिक पर भी है
भारत ने पिछले साल औपचारिक तौर पर 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी की इच्छा भी जताई थी। अहमदाबाद में कॉमनवेल्थ गेम्स का सफल आयोजन भारत की ओलंपिक बोली को मजबूत बना सकता है।
भारत में दूसरी बार होंगे कॉमनवेल्थ गेम्स
इससे पहले भारत ने 2010 में दिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम्स आयोजित किए थे। हालांकि उस समय खराब प्रबंधन और भ्रष्टाचार के कारण भारत को आलोचना का सामना करना पड़ा था। इस बार भारत बेहतर छवि और मजबूत तैयारी के साथ एक नया इतिहास लिखना चाहता है।
गेम्स में कितने खेल होंगे?
2030 कॉमनवेल्थ गेम्स में 15 से 17 खेलों को शामिल किया जाएगा। जिन खेलों की पुष्टि हो चुकी है उनमें एथलेटिक्स और पैरा एथलेटिक्स, स्विमिंग और पैरा स्विमिंग, टेबल टेनिस, वेटलिफ्टिंग, जिम्नास्टिक, बॉक्सिंग, नेटबॉल, बॉल्स, पैरा पावरलिफ्टिंग आदि शामिल हैं।
अहमदाबाद को दो नए या पारंपरिक खेल शामिल करने का मौका भी मिलेगा। इनमें से क्रिकेट (T20), हॉकी, कुश्ती, बैडमिंटन, तीरंदाजी, रग्बी सेवन्स, 3x3 बास्केटबॉल, साइक्लिंग और डाइविंग जैसे खेलों पर विचार किया जा रहा है।
नई उम्मीदों के साथ नए सफर की शुरुआत
कॉमनवेल्थ स्पोर्ट के अध्यक्ष डॉ. डोनाल्ड रुकारे ने कहा कि भारत में खेलों के प्रति जबरदस्त उत्साह, युवा ऊर्जा, समृद्ध संस्कृति और वैश्विक प्रभाव है। 2030 के खेल भारत में खेलों के भविष्य को नई दिशा देंगे। अहमदाबाद की मेजबानी न सिर्फ भारत के लिए गर्व का पल है बल्कि यह दुनिया को नए भारत की ताकत, संस्कृति और खेल भावना दिखाने का सुनहरा मौका भी होगा।
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