न्यूयॉर्क सिटी के मेयर एरिक एडम्स ने अपनी रिपीट चुनाव की योजना को स्थगित कर दिया है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इसका डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट उम्मीदवार ज़ोहरान ममदानी की रफ्तार पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा। 33 साल के ममदानी, जो उगांडा मूल के स्टेट असेंबली मेंबर हैं, अपने मुख्य प्रतिद्वंदी पूर्व गवर्नर एंड्रयू क्यूमो के मुकाबले पहले से ही अच्छी पकड़ बनाए हुए हैं।
ममदानी ने जून प्राइमरी में शानदार जीत दर्ज की थी और नवंबर 4 के आम चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार के रूप में खड़े हैं। उन्हें पूर्व उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और न्यूयॉर्क गवर्नर कैथी होचल जैसे बड़े नेताओं का समर्थन भी मिला है। एडम्स का नामांकन रद्द होने से चुनाव अब मुख्य रूप से ममदानी और क्यूमो के बीच ही हो गया है।
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हाल ही के सर्वेक्षणों में ममदानी को 45-46 प्रतिशत समर्थन मिला है, जबकि क्यूमो को करीब 24-30 प्रतिशत वोटिंग में समर्थन मिला है। एडम्स के चुनाव से बाहर होने से क्यूमो को थोड़ी बढ़त मिल सकती है, लेकिन ममदानी की बढ़त पर इसका असर बहुत कम दिखता है।
इसके अलावा, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ममदानी पर लगातार हमले किए हैं, लेकिन राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि इससे ममदानी की छवि और मजबूत हो सकती है। ममदानी ने छोटे दानदाताओं से करीब 15 मिलियन डॉलर जुटाए हैं, जबकि क्यूमो को 9 मिलियन डॉलर मिले हैं। उनकी अभियान रणनीति शहर में किफायती जीवन और आम जनता की समस्याओं पर केंद्रित है।
विश्लेषकों के अनुसार, अगर बड़े व्यवसायी ममदानी की प्रगतिशील नीतियों से चिंतित होकर फिर से क्यूमो को समर्थन देंगे, तो उनकी स्थिति बदल सकती है, लेकिन फिलहाल ममदानी के लिए रुझान सकारात्मक बने हुए हैं।
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