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भारतीय-अमेरिकी छात्रा को NYT में मिला स्थान, किया 'क्रांति' का काम

सबरीना का कहना है कि अमेरिकी क्रांति केवल अतीत की कहानी नहीं है। यह स्वतंत्रता के लिए खड़े होने के वास्ते आवश्यक साहस की एक जीवंत याद भी दिलाती है।

सबरीना भट्टाचार्य / NYT

मैसाचुसेट्स के लेक्सिंगटन की 15 वर्षीय छात्रा सबरीना भट्टाचार्य ने अमेरिकी क्रांति की यादों को संजोने के अपने काम को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित किया है।

हाल ही में पुलित्जर पुरस्कार विजेता पत्रकार डैन बैरी द्वारा न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित सबरीना Lexington250.com का नेतृत्व करती हैं, जो अमेरिका की स्वतंत्रता की लड़ाई के शुरुआती संघर्ष, लेक्सिंगटन की लड़ाई की 250वीं वर्षगांठ मनाने के लिए एक प्रमुख पहल है।

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लेक्सिंगटन में पली-बढ़ी सबरीना ने खुद को शहर की समृद्ध ऐतिहासिक विरासत में डुबो लिया और उस इतिहास को नई पीढ़ी के लिए रोमांचक और प्रासंगिक बनाने का अवसर देखा। Lexington250.com के माध्यम से वह शानदार मर्च बनाती है, कहानी कहने के प्रयासों का नेतृत्व करती है और लोकतंत्र की भावना को जीवित रखने के लिए सामुदायिक संगठनों के साथ सहयोग करती हैं।

सबरीना का कहना है कि अमेरिकी क्रांति केवल अतीत की कहानी नहीं है। यह स्वतंत्रता के लिए खड़े होने के वास्ते आवश्यक साहस की एक जीवंत याद भी दिलाती है। Lexington250.com और अपने लेखन के माध्यम से मैं चाहती हूं कि युवा देखें कि इतिहास उनका भी है।

इस गति को आगे बढ़ाते हुए सबरीना मई 2025 में अपनी पहली बच्चों की किताब, द मिडनाइट राइटर, रिलीज करने के लिए तैयार हैं। अमेरिकी क्रांति की शुरुआती घटनाओं को देखने वाली एक छोटी लड़की की सच्ची कहानी से प्रेरित इस किताब को लॉन्च से पहले ही भारी प्री-ऑर्डर मिल चुके हैं।

सबरीना की पहल ने व्यापक सार्वजनिक रुचि जगाई है और अब उनके सामान को लेक्सिंगटन में बकमैन टैवर्न जैसी ऐतिहासिक जगहों पर प्रदर्शित किया जाता है।
 

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