भारतीय लेखक अमिताव घोष को हाल ही में 2025 पार्क कयोंगनी पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर विश्व के प्रमुख प्रकाशकों में से एक University of Chicago Press ने बधाई दी है। इस पुरस्कार के लिए घोष को उपनिवेशोत्तर और पर्यावरणीय साहित्य की सीमाओं का विस्तार करने तथा उपेक्षित विषयों, जिनमें प्रकृति भी शामिल है, को आवाज़ देने के लिए चुना गया।
यू.शिकागो प्रेस ने सोशल मीडिया पर बयान जारी करते हुए कहा, अमिताव घोष को 2025 के पार्क कयोंगनी पुरस्कार के लिए बधाई। यह पुरस्कार कोरिया के साहित्य में नोबेल पुरस्कार के रूप में माना जाता है और इसे ‘समय के सबसे सच्चे लेखक’ को दिया जाता है जिसने साहित्य के मूल्यों को बनाए रखते हुए विश्व साहित्य पर गहरा प्रभाव डाला।
यह प्रतिष्ठित पुरस्कार कोरिया का सबसे बड़ा साहित्यिक नकद पुरस्कार भी है, जिसकी राशि $100,000 है। घोष को यह पुरस्कार 23 अक्तूबर को वोंजू, दक्षिण कोरिया में दिया जाएगा।
यह भी पढ़ें- बर्लिंगटन में 11वां वार्षिक दिवाली महोत्सव 28 सितंबर को
अमिताव घोष पहले 2024 में एरास्मस पुरस्कार और 2018 में भारत का सर्वोच्च साहित्यिक सम्मान ज्ञानपीठ पुरस्कार भी जीत चुके हैं।
यू.शिकागो का Chicago Humanities Festival इस शरद ऋतु 2025 में अमिताव घोष को एक विशेष कार्यक्रम के लिए आमंत्रित कर रहा है। इस कार्यक्रम में घोष UChicago प्रोफेसर बेंजामिन मॉर्गन के साथ बातचीत करेंगे, जिसमें वे अपने पिछले 25 वर्षों के कार्यों जैसे उपनिवेशवाद और स्वतंत्रता संघर्ष, जलवायु परिवर्तन और आम लोगों की कहानियों पर चर्चा करेंगे।
अमिताव घोष अपने कार्यक्रम में अपनी नवीनतम पुस्तक ‘Wild Fictions’ पर भी बात करेंगे। आयोजकों के अनुसार, यह किताब “साम्राज्यवादी हिंसा का प्रभावशाली खंडन, इतिहास को आत्मसात करने के लिए बुनी गई कहानियों की खोज और संवेदनशीलता और सहानुभूति के महत्व” को दर्शाती है।
घोष के प्रमुख साहित्यिक कार्यों में शामिल हैं Ibis Trilogy (Sea of Poppies, River of Smoke, Flood of Fire), Gun Island, Jungle Nama, The Great Derangement, The Nutmeg’s Curse। उनकी अगली उपन्यास Ghost-Eye दिसंबर 2025 में प्रकाशित होगी।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login